अयोध्या में सड़क धंसने के गलत दावे से ब्राज़ील का पुराना वीडियो शेयर किया गया

भारतीय जनता पार्टी शासित गुजरात व उत्तरप्रदेश में सड़क धंसने से एक महिला के गढ्ढे में गिरने के गलत दावे से ब्राज़ील का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर सैकड़ों बार शेयर किया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला सड़क धंसने की वजह से गढ्ढे में गिर जाती है. कुछ यूज़र्स वीडियो को गुजरात व कुछ उत्तरप्रदेश के अयोध्या का बताकर शेयर कर रहे हैं जबकि असल घटना ब्राज़ील के कास्कवेल शहर में जून 2022 में घटी थी. इसका भारत से कोई सम्बन्ध नहीं है. 

एक यूज़र ने 3 जून 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म X पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "अयोध्या में बनी सड़क रामपथ का पहली बारिश मे ही यह हाल हो गया है. इसकी लंबाई 13 किलोमीटर है. कुल लागत 844 करोंड़ यानि 1 किलोमीटर निर्माण में लगभग 65 करोड़ रूपयें खर्च हुए है."

एक अन्य यूज़र ने इसी वीडियो को गुजरात का बताते हुए शेयर किया है. 

हालांकि मानसून के चलते समूचा भारत ही इस समय बारिश की चपेट में है. अयोध्या में बारिश की वजह से जलभराव और हाल ही में बनी सड़कों के उखड़ने की कई तस्वीरें सामने आयीं. गुजरात में भी इस तरह की दृश्य देखने को मिले  (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां ). 

गुजरात में 1995 और उत्तर प्रदेश में 2017 से बीजेपी का शासन है. अयोध्या में इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का उद्धघाटन किया जिसके साथ ही अयोध्या में इंफ़्रास्ट्रक्चर के विकास के अनेक दावे किये गए  (आर्काइव्ड लिंक). 

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गलत दावे से शेयर किया जा रहा पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 11 जुलाई 2024

इसी तरह के दावों से वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां और सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म X पर यहां पर शेयर किया गया है. 

हालांकि यह वीडियो जून 2022 में ब्राज़ील में हुई दुर्घटना का है.

ब्राज़ील का वीडियो

कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 2 जून 2022 की ब्राज़ीलियाई मीडिया रिपोर्ट में एक अलग एंगल के साथ यही वीडियो मिली (आर्काइव्ड लिंक).

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह ब्राज़ील के दक्षिणी पराना राज्य के कास्कवेल नगर पालिका में एक महिला के गड्ढे में गिरने का सुरक्षा कैमरे द्वारा लिया गया फ़ुटेज दिखाता है. 

नीचे गलत दावे से शेयर किया गया वीडियो (बाएं) और मीडिया रिपोर्ट में अपलोड किया गया वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.

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गलत दावे से शेयर किया गया वीडियो (बाएं) और मीडिया रिपोर्ट में अपलोड किया गया वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

वीडियो के 10-वे सेकंड में दिखाई देने वाली एक पीली बस पर "एस्कोलर" - जिसका पुर्तगाली में अर्थ "स्कूल" है - लिखा हुआ है. ब्राज़ील में स्कूल बसों पर अक्सर "एस्कोलर" लिखा होता है.

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एएफ़पी द्वारा हाइलाइट किए गए "एस्कोलर" वाले दृश्य का स्क्रीनशॉट

लोकल मीडिया g1 और O Povo ने भी कास्कावेल की इस घटना का वीडियो अपनी रिपोर्ट में साझा किया है, जिसमें कहा गया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण फ़ुटपाथ धंस गया था (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

अयोध्या पुलिस ने इस वीडियो के साथ किये जा रहे दावों को X पर पोस्ट के माध्यम से गलत बताया है.

पुलिस अधीक्षक मधुवन कुमार सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत दावे से वीडियो शेयर करने वाले 2 लोगों के विरुद्ध इस सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज किया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

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