पुराना वीडियो हाथरस में धार्मिक सभा में भगदड़ की घटना के दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 18 जुलाई 2024, 13h49
- 3 मिनट
- द्वारा Asma HAFIZ, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर 3 जुलाई, 2024 को यहां शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, "वीडियो मे देखे किस तरह हाथरस मे भोले बाबा सत्संग के बाद भगदड़ मची! इन 122 लोगो की मौत का ज़िम्मेदार कौन??"
34 सेकंड की क्लिप में भारी भीड़ दिख रही है जिसमें लोग इधर-उधर भागते नज़र आ रहे हैं.
वीडियो हाथरस में 2 जुलाई को मची भगदड़ के बाद से ऑनलाइन शेयर किया जाने लगा. भगदड़ में 121 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश महिलाएं थीं.
एएफ़पी की एक रिपोर्ट के अनुसार यह घटना उपदेशक भोले बाबा के एक धार्मिक आयोजन में हुई जिसमें 250,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे.
वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया है.
गलत दावे से शेयर किया गया यह फ़ुटेज दरअसल फ़रवरी 2024 का है. हालांकि यह वीडियो भोले बाबा के एक अन्य कार्यक्रम का है जो राजस्थान में आयोजित किया गया था.
पुराना वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 9 फ़रवरी को एक व्लॉगर के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किये गये इस क्लिप का एक लंबा वर्ज़न मिला (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो का कैप्शन है, "मंगल दिवस रूपवास भरतपुर राजस्थान | नारायण साकार हरि के भजन."
नारायण साकार हरि उर्फ़ भोले बाबा वही उपदेशक हैं जिनकी धार्मिक सभा के दौरान 2 जुलाई को हाथरस की घटना हुई थी (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.
वीडियो के 2:19 मार्क पर "रूपबास" नाम का एक बस स्टॉप साइन और नेशनल हाईवे 123 का एक साइन देखा जा सकता है, जो गांव की गूगल स्ट्रीट व्यू इमेजरी से मेल खाता है (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो में दिख रहे ट्रैक्टरों पर भरतपुर संसदीय क्षेत्र की पूर्व सांसद रंजीता कोली का नाम दिखाई देता है.