नीतीश कुमार के विरोध प्रदर्शन का पुराना वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 25 जुलाई 2024, 14h19
- 2 मिनट
- द्वारा Asma HAFIZ, एफप भारत
फ़ेसबुक पर 8 जुलाई 2024 को वीडियो पोस्ट करते हुए एक यूज़र ने लिखा, "बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने पैदल मार्च निकाला है! लालू यादव की कही गई बात का असर होने लगा है!"
नितीश कुमार विपक्षी गठबंधन का हिस्सा थे -- लेकिन चुनाव शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले उन्होंने पाला बदल लिया.
उन्होंने सरकार से बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग तेज़ कर दी है क्योंकि उनकी पार्टी संसद में 12 सीटों के साथ भाजपा की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी बन गई है (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो में कुमार को एक मार्च में हिस्सा लेते हुए एक पत्रकार से यह कहते हुए दिखाया गया है कि यह प्रदर्शन "बिहार के अधिकारों की लड़ाई" है.
सोशल मीडिया पोस्ट पर यूज़र्स के कमेंट्स देख कर प्रतीत होता है कि उन्होंने दावे को सही मान लिया है.
एक यूज़र ने लिखा, "नीतीश कुमार जी, अभी नहीं तो कभी नहीं."
वहीं एक अन्य ने कमेंट किया, "सर, बढ़िया काम. मांगने का प्रयास करें, हम आपके साथ हैं."
पुराना फ़ुटेज
फ़ुटेज के एक कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इसे 2 मार्च, 2014 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
एबीपी न्यूज़ द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो की हेडलाइन है: "बिहार को 'विशेष राज्य' का दर्जा देने की मांग को लेकर नीतीश कुमार ने गांधी मैदान तक मार्च किया."
पटना के गांधी मैदान में कुमार ने कई रैलियां की हैं (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और एबीपी न्यूज़ के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
2 मार्च 2014 की रैली को इंडिया टीवी और एनडीटीवी चैनल्स द्वारा रिपोर्ट किया गया था (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).