अनंत अंबानी के शादी समारोह में शंकराचार्यों से आशार्वाद लेते नरेन्द्र मोदी का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 26 जुलाई 2024, 14h11
- 4 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 17 जुलाई 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, "अंबानी के यहां बैठे दो शंकराचार्य में से एक शंकराचार्य के मोदी जी ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया, दुसरा शंकराचार्य जो राम मंदिर पर बार-बार सवाल उठता रहा और आमंत्रण स्वीकार नहीं किया ना राम मंदिर के उद्घाटन में भी नहीं आया, और मोदी जी ने उसकी तरफ पलट कर भी नहीं देखा घोर बेइज्जती, जो राम का नही वो हमारे किसी काम का नही."
वीडियो के ऊपर लिखा है, "शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी ने चुनरी पहनाकर पीएम मोदी को दिया आशीर्वाद"; और इंडिया टीवी चैनल का लोगो भी ऊपरी बाएं कोने में देखा जा सकता है.
वीडियो में नरेन्द्र मोदी को सिंहासननुमा कुर्सी पर बैठे शंकराचार्य के पास जाते हुए देखा जा सकता है जो मोदी के अभिवादन करने के बाद उन्हें एक चुनरी ओढ़ाकर आशीर्वाद देते दिख रहे हैं.
इसके बाद मोदी दूसरे शंकराचार्य के पास से बिना उनका अभिवादन किए आगे बढ़ते दिखाई देते हैं.
खबरों के अनुसार जनवरी 2024 में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर चारों शंकराचार्यों में से कोई भी उपस्थित नहीं हुआ था.
शंकराचार्यों ने कहा था कि वे मोदी या मंदिर के विरोधी नहीं हैं, लेकिन उन्होंने उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि अभिषेक के लिए किए जा रहे अनुष्ठान "शास्त्रों के विरुद्ध" थे (आर्काइव्ड लिंक).
कथित तौर पर मोदी द्वारा शंकराचार्यों में से एक को अनदेखा करने वाली वीडियो क्लिप को फ़ेसबुक और X पर यहां और यहां शेयर किया गया है.
हालांकि मोदी ने वास्तव में दोनों शंकराचार्यों से आशीर्वाद प्राप्त किया था.
गलत दावा
गलत दावे से शेयर की गई क्लिप के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर यही वीडियो इंडिया टीवी के वेरिफ़ाइड फ़ेसबुक पेज पर रील वीडियो के तौर पर पोस्ट किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक).
इसका कैप्शन वीडियो के ऊपर लिखे टेक्स्ट के समान ही है, "शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने नरेंद्र मोदी को चुनरी ओढ़ाकर आशीर्वाद दिया."
वीडियो में मोदी द्वारा अनंत अंबानी की शादी में शामिल दूसरे शंकराचार्य -- अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती -- का अपमान करने का कोई ज़िक्र नहीं है.
नीचे गलत दावे से शेयर की गई क्लिप (बाएं) और इंडिया टीवी फ़ेसबुक रील (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
इंडिया टीवी ने एक और फ़ेसबुक रील पोस्ट की है जिसमें मोदी को दोनों शंकराचार्यों से आशीर्वाद लेते हुए दिखाया गया (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो का कैप्शन है, "शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने अपनी रुद्राक्ष की माला उतारकर पीएम मोदी को पहना दी."
वीडियो में मोदी को झुक कर अविमुक्तेश्वरानंद के पैर छूते हुए दिखाया गया है, जिसके बाद शंकराचार्य प्रधानमंत्री को अपने गले से एक माला निकालकर पहनाते दिख रहे हैं.
इसके बाद मोदी को शंकराचार्य सदानंद का अभिवादन करते हुए दिखाया गया, जो अविमुक्तेश्वरानंद के बगल में बैठे हैं. वीडियो में मोदी को पिछले फ़ेसबुक रील के दूसरे एंगल से चुनरी ओढ़ाते दिखाया गया है.
नीचे गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और इंडिया टीवी फ़ेसबुक रील (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
मोदी द्वारा दोनों शंकराचार्यों से आशीर्वाद प्राप्त करने की फ़ुटेज को अन्य न्यूज़ आउटलेट्स द्वारा यूट्यूब पर पोस्ट की गई रिपोर्ट्स में भी यहां, यहां और यहां शेयर किया गया है. (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).
अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा मोदी को आशीर्वाद देने की एक और क्लिप शंकराचार्य के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर भी अपलोड की गई थी (आर्काइव्ड लिंक).
पोस्ट का कैप्शन है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में शंकराचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया."
शंकराचार्यों और मोदी के बीच तनाव की अफ़वाहों का खंडन करते हुए अविमुक्तेश्वरानंद ने स्थानीय मीडिया से कहा: "यह हमारा नियम है कि जो भी हमारे पास आएगा, हम उसे आशीर्वाद देंगे. नरेंद्र मोदी हमारे दुश्मन नहीं हैं" (आर्काइव्ड लिंक).