अल साल्वाडोर में 2001 में हुए भूस्खलन की तस्वीर वायनाड बताकर शेयर की गयी
- प्रकाशित 9 अगस्त 2024, 14h37
- 2 मिनट
- द्वारा Sachin BAGHEL, एफप भारत
फ़ेसबुक पर 2 अगस्त 2024 को एक यूज़र ने यह तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,"केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 पार हो गई है, तस्वीर देख अंदाजा लगा सकते हैं जान माल का कितना नुकसान हुआ होगा."
केरल में 30 जुलाई को हुए घातक भूस्खलन में काफ़ी जान माल का नुकसान हुआ है. मलबे में फंसे लोगों को बचाने की उम्मीद के साथ कीचड़ से सने चाय बागानों और गांवों में भारतीय बचाव दल द्वारा चलाये जा रहे अभियान के दौरान ही यह तस्वीर शेयर की जाने लगी.
इसी तरह के समान दावों से यह तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म X पर यहां और फ़ेसबुक पर यहां शेयर की गई.
पुरानी तस्वीर
गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह तस्वीर वास्तव में दो दशक से भी अधिक समय पहले अल साल्वाडोर में आए भूकंप के बाद हुए भूस्खलन की है.
एसोसिएटेड प्रेस (एपी) समाचार एजेंसी ने यही तस्वीर 14 जनवरी 2001 को प्रकाशित की थी (आर्काइव्ड लिंक).
इसका कैप्शन है, "शनिवार, 13 जनवरी, 2001 को 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद अल साल्वाडोर, सैन साल्वाडोर के पास सांता टेकला शहर में भूस्खलन से भारी तबाही हुई."
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस भूकंप में लगभग 700 लोग मारे गए थे.
नीचे गलत दावे से शेयर की जा रही तस्वीर (बाएं) और एपी द्वारा प्रकाशित तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.
एएफ़पी के फ़ोटोग्राफ़र ने 16 जनवरी 2001 को इस भूस्खलन की दूसरे एंगल से तस्वीर ली थी.
नीचे गलत दावे से शेयर की जा रही तस्वीर (बाएं) और एएफ़पी द्वारा प्रकाशित इसी लोकेशन की तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.
बीबीसी न्यूज़ और द गार्जियन जैसे अन्य आउटलेट्स ने भी अल साल्वाडोर में हुए इस भूस्खलन की तस्वीरें प्रकाशित की हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).