बांग्लादेश में आयोजित कैंडल लाइट मार्च का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया

बांग्लादेश में कैंडल लाइट मार्च का एक फ़ुटेज सोशल मीडिया पोस्ट्स पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि यह कोलकाता में एक डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद न्याय की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को दिखाता है. वीडियो शूट करने वाले फ़ोटोग्राफ़र ने एएफ़पी को बताया कि यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के लिए हुई झड़पों में मारे गए प्रदर्शनकारियों की याद में आयोजित एक सभा का है.

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 5 सितंबर 2024 को शेयर किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "यह पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर का आर जी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर के निर्मम तरीके से हत्याकांड के विरोध का दृश्य है और कल रात हुए इस विरोध प्रदर्शन ने इतिहास रच दिया है.

पूरे कोलकाता के लोग सड़कों पर उतर आए. जब तक तिलोत्तमा को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक इस आंदोलन को रोकना असंभव है. इतना सब कुछ होते हुए भी न जिहादी ममता बानो इस्तीफा देगी और न मोदी सरकार पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाएगी. धिक्कार है."

ज्ञात हो कि कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में 9 अगस्त को 31 वर्षीय महिला डॉक्टर का खून से लथपथ शव मिलने के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और महिलाओं के लिए सुरक्षित वर्कस्पेस की मांग करते हुए चिकित्सकों ने हड़ताल शुरू कर दी.

ड्रोन वीडियो में हज़ारों की संख्या में हाथों में जलती मोमबत्ती लिए लोग एक बांग्ला गीत गाते नज़र आ रहे हैं. 

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट

यह वीडियो, जिसे X पर भी साझा किया गया था, ऐसे समय ऑनलाइन शेयर हो रहा है जब हज़ारों लोग 5 सितंबर को कोलकाता में मृत डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए कैंडल मार्च में शामिल हुए (आर्काइव्ड लिंक).

स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध जारी रखने के अपने फैसले पर अडिग रहते हुए 10 सितंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वार्ता के निमंत्रण को भी अस्वीकार कर दिया था.

भारत में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा एक व्यापक समस्या है जहां 2022 में औसतन लगभग 90 बलात्कार प्रतिदिन दर्ज किए गए है.

बांग्लदेश का ड्रोन फ़ुटेज

गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें कोलकाता मार्च से कुछ सप्ताह पहले, 9 अगस्त को X पर पोस्ट किया गया वही वीडियो मिला.

X पोस्ट में कहा गया है कि वीडियो बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके में आयोजित एक जुलूस का है (आर्काइव्ड लिंक).

आगे गूगल की-कीवर्ड सर्च करने पर बांग्लादेश के ड्रोन फ़ोटोग्राफ़र तमज़ीद इस्लाम ज़िहान द्वारा इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक पर शेयर किया गया मूल वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

उन्होंने एएफ़पी को बताया कि हसीना के खिलाफ़ छात्र-नेतृत्व वाले विद्रोह में मारे गए प्रदर्शनकारियों की याद में 9 अगस्त को आयोजित एक जुलूस में उन्होंने इस वीडियो को फ़िल्माया था.

नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और इंस्टाग्राम पर अपलोड किए गए मूल वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और इंस्टाग्राम पर अपलोड किए गए मूल वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना
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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और इंस्टाग्राम पर अपलोड किए गए मूल वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

बांग्लादेश के एनटीवी न्यूज और बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी इस श्रद्धांजलि सभा की ऐसी ही तस्वीरें प्रकाशित की हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

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