इलेक्टोरल बॉन्ड पर राहुल गांधी का बयान हिंदुओं को धमकाने के दावे से वायरल

नवंबर में महाराष्ट्र और झारखंड राज्यों के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, विपक्षी नेता राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सैकड़ों बार इस गलत दावे से शेयर किया गया कि वे अपने भाषण में हिंदू मतदाताओं को धमका रहे हैं. हालांकि वीडियो में राहुल गांधी भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा कथित तौर पर सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग की आलोचना करते दिखाई दे रहे हैं. 

वीडियो, जिसे X पर 18 नवंबर 2024 को यहां शेयर किया गया है, का कैप्शन है, "जब बीजेपी की सरकार हटेगी फिर हिन्दुओं के खिलाफ, ऐसी कार्यवाही होगी जिसके बारे में हिन्दुओ ने सोचा भी नहीं होगा. आतंकवादी संगठन कांग्रेस की खुली धमकी."

पोस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का 21-सेकंड का एक वीडियो शामिल है, जिसके ऊपर बड़े अक्षरों में लिखा है, "जब BJP हटेगी, तब देखना कार्रवाई".

वीडियो में राहुल गांधी को कहते हुए सुना जा सकता है: "तो उनको ये भी सोचना चाहिए... जो ये सब कर रहे हैं, कि किसी न किसी दिन बीजेपी की सरकार बदलेगी, और फिर कार्रवाई होगी. और ऐसी कार्रवाई होगी कि, मैं गारंटी कर रहा हूं, ये फिर कभी नहीं होगा."

Image
गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, नवंबर 25, 2024

यह पोस्ट 20 नवंबर को राज्य विधानसभा चुनावों के पहले शेयर की गई थी जिसमें कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के गठबंधन का महाराष्ट्र और झारखंड में भाजपा और घटक दलों से मुकाबला था.

हालांकि परिणामों में भाजपा गठबंधन ने महाराष्ट्र में जबकि झारखंड में झामुमो के साथ कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के गठबंधन ने चुनावी बाज़ी मारी है.

प्रधानमंत्री मोदी सहित भाजपा के अन्य नेता राहुल गांधी पर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाते रहे हैं (आर्काइव्ड लिंक).

क्लिप को इसी दावे से X और फ़ेसबुक पर शेयर किया गया है.

गलत संदर्भ

गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो में समाचार आउटलेट CNBC आवाज़ का लोगो और नाम देखा जा सकता है. 

कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल रिवर्स इमेज करने पर 15 मार्च, 2024 को CNBC के आधिकारिक X अकाउंट पर शेयर किया गया वही वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट का कैप्शन है, "राहुल गांधी का इलेक्टोरल बॉन्ड पर बयान."

आगे यूट्यूब में कीवर्ड सर्च करने फ़ुटेज का संबा संस्करण 15 मार्च, 2024 को राहुल गांधी के वेरिफ़ाइड चैनल पर लाइवस्ट्रीम किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक).

राहुल गांधी अपने नौ सप्ताह लंबे "न्याय मार्च" के अंत में महाराष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित कर रहे थे, जो उनकी भारत जोड़ो यात्रा का ही एक भाग था (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो के 18:04 मिनट के मार्क पर गांधी ने कहा, "जो हमारी संस्थाएं हुआ करती थीं -- वे आज हिंदुस्तान की संस्थाएं नहीं हैं. चाहे वह चुनाव आयोग हो, सीबीआई हो, या ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) हो -- ये अब बीजेपी और आरएसएस के हथियार हैं. ये हिंदुस्तान की संस्थाएं नहीं रहीं.  इसलिए ये जो हो रहा है ये हो पा रहा है. अगर ये संस्थाएं अपना काम करतीं तो ये नहीं होता."

आगे 18:34 मिनट के टाइमस्टैम्प से गांधी ने कहा, "तो उनको ये भी सोचना चाहिए... जो ये सब कर रहे हैं, कि किसी न किसी दिन बीजेपी की सरकार बदलेगी और फिर कार्रवाई होगी. और ऐसी कार्रवाई होगी कि मैं गारंटी कर रहा हूं कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा." 

लगभग 20 मिनट की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में गांधी ने हिंदुओं को कोई धमकी नहीं दी.

नीचे गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई क्लिप (बाएं) और गांधी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है:

Image
गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई क्लिप (बाएं) और गांधी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

भारत सरकार ने 2 जनवरी, 2018 को इलेक्टोरल बांड स्कीम लागू की, जिसके तहत भारतीय नागरिक और कॉर्पोरेट समूह किसी भी राजनीतिक दल को गुप्त रूप से असीमित मात्रा में चंदा दे सकते थें (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी की एक रिपोर्ट के अनुसार भाजपा इस योजना की सबसे बड़ी लाभार्थी थी (आर्काइव्ड लिंक).

सर्वोच्च न्यायालय ने फ़रवरी 2024 में इस विवादास्पद योजना को "असंवैधानिक" घोषित कर दिया (आर्काइव्ड लिंक).

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें