बैलेट पेपर की जगह ईवीएम की वकालत करते मोदी का पुराना वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया

नवंबर 2024 में महाराष्ट्र और झारखंड राज्य के चुनाव परिणामों की घोषणा के तुरंत बाद विपक्षी नेताओं ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में अनियमितताओं का आरोप लगाया, जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पोस्ट पर एक फ़ुटेज को इस गलत दावे से शेयर किया गया कि ये नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से पहले ईवीएम की आलोचना करते दिखाती है. यह क्लिप वास्तव में दिसंबर 2016 में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी द्वारा दिए गए एक भाषण से ली गई थी, और इसमें वे भारत में बैलेट पेपर की तुलना में ईवीएम के उपयोग की प्रशंसा कर रहे हैं.

फ़ेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो पर हिंदी में लिखा है, "बैलेट पेपर लाओ, संविधान बचाओ." 

लगभग 30 सेकंड की क्लिप में मोदी भाषण देते हुए कहते हैं: "हमारा देश गरीब है, लोग अनपढ़ हैं, लोगों को कुछ आता नहीं है. भाइयों, बहनों, अरे दुनिया के पढ़े लिखे देश भी, जब चुनाव होता है ना तो बैलेट पेपर पर नाम पढ़कर के फिर ठप्पा मारते हैं. आज भी अमेरिका में भी."

पोस्ट का कैप्शन है, "बेलट पेपर पर चुनाव हो. जब अमेरिका जैसे देश बेलट पेपर से चुनाव करा सकते है. तो भारत में क्यों नहीं. लेकिन मोदी जी EVM से चुनाव क्यों चाहते है. बेलट पेपर से क्यों नहीं ? बेलट पेपर लाओ संविधान बचाओ."

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 10 दिसंबर 2024

वीडियो को फ़ेसबुक और X पर भी इसी तरह के दावों के साथ शेयर किया गया है. 

महाराष्ट्र में नवंबर में हुए चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन की जीत के बाद विपक्षी दलों द्वारा वोटिंग मशीनों में अनियमितताओं का आरोप लगाया गया -- जिसके बाद से ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जाने लगा (आर्काइव्ड लिंक).

विपक्षी दलों ने पहले भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, और इन आरोपों के बाद देश में ईवीएम के इस्तेमाल के खिलाफ़ नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू हुए हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

भारतीय चुनाव आयोग ने विपक्षी नेताओं की शिकायतों की पारदर्शी समीक्षा का वादा किया है (आर्काइव्ड लिंक).

हालांकि 5 दिसंबर तक मोदी द्वारा ईवीएम के इस्तेमाल की आलोचना करने की कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है.

ऑनलाइन शेयर हो रहे वीडियो में दरअसल मोदी द्वारा ईवीएम की प्रशंसा करने वाले हिस्से को एडिट कर दिया गया है.

एडिटेड वीडियो

वीडियो से कीफ़्रेम की मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 3 दिसंबर, 2016 को भारतीय जनता पार्टी के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया वीडियो का लंबा संस्करण मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो की हेडलाइन है: "उत्तर प्रदेश के न्यू मुरादाबाद में परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण".

गलत दावे की पोस्ट में शेयर किया गया वीडियो यूट्यूब वीडियो के 37:26 मार्क से शुरू होता है.

लेकिन गलत दावे की पोस्ट वाले वीडियो में भाषण के उस हिस्से को क्लिप कर के हटा दिया गया है जो तुरंत बाद आता है, जिसमें मोदी कहते हैं: "ये हिंदुस्तान है जिसको आप अनपढ़ और गरीब कहते हैं, वे बटन दबाकर वोट देना जानते हैं."

नीचे गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और भाजपा के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और भाजपा के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

मोदी 2017 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले एक रैली में भाषण दे रहे थे.

एएफ़पी ने राज्य विधानसभा चुनावों से संबंधित गलत दावों को यहां और यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

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