तमिलनाडु में ज्वैलरी शॉप में चोरी से बरामद गहनों का वीडियो गलत साम्प्रदायिक दावे से वायरल

तमिलनाडु में 2021 में हुई चोरी की घटना में बरामद किये गए आभूषण दिखाते पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया में सैकड़ों बार इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह "तिरुपति" मंदिर में जनसंपर्क अधिकारी के रूप में काम करने वाली एक मुस्लिम महिला के घर पर छापेमारी के दौरान "बरामद" की गई थी. एक पुलिस प्रवक्ता ने एएफ़पी को बताया कि इस तरह की कोई भी छापेमारी उन्होंने नहीं की, जबकि मंदिर के प्रबंधन ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने इस पद के लिए कभी किसी मुस्लिम व्यक्ति को काम पर नहीं रखा है.

लगभग 37 सेकंड लम्बे इस वीडियो में टेबल पर ढेर सारे गहने रखे देखे जा सकते हैं  इसे 6 जनवरी, 2025 को फ़ेसबुक पर शेयर किया गया था.

पोस्ट का कैप्शन है, "आयकर विभाग ने ये ज्वेलरी हिंदू विरोधी जगनमोहन रेड्डी द्वारा "तिरुपति" देवस्थान में नियुक्त की गई PRO "मुबिना निष्का" के घर से बरामद की है. हिंदुओं की आस्थाओं से खिलवाड़ और उनकी ही लूट का सिलसिला सदियो से इस देश में चल रहा है." 

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) एक स्वतंत्र ट्रस्ट है जो दक्षिण भारत में विभिन्न हिंदू मंदिरों का प्रबंधन करता है (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 10 जनवरी 2025

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRP) का नेतृत्व करते हैं और अपनी रैलियों के दौरान मुसलमानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं के साथ अल्पसंख्यक धार्मिक समूह के लिए सरकारी नौकरियों में चार प्रतिशत कोटा बनाये रखने का वादा किया था (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक और X पर शेयर किया गया है. 

हालांकि दावा गलत है, वीडियो 2021 में तमिलनाडु में पुलिस द्वारा बरामद किये गए चोरी के गहनों को दिखाता है.

पुराना वीडियो

TTD ने 5 जनवरी को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में इस दावे को "फ़ेक न्यूज" करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि "ऐसा कोई मुस्लिम व्यक्ति" जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर मंदिर में नियुक्त नहीं है (आर्काइव्ड लिंक).

गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर पुलिस द्वारा बरामद गहनों का एक ऐसा ही वीडियो मिला जिसे 20 दिसंबर, 2021 को एक स्थानीय पत्रकार ने X पर शेयर किया था (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट में कहा गया था कि तमिलनाडु के वेल्लोर में पुलिस ने एक चोर को गिरफ़्तार किया था, जिसने ज्वैलरी की एक दुकान की दीवार में छेद करके गहने चुरा लिए थे.

नीचे गलत दावे से शेयर किये गये वीडियो (बाएं) और X वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है, जिसमें एए़फ़पी द्वारा समानताएं हाईलाइट की गई हैं.

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गलत दावे से शेयर किये गये वीडियो (बाएं) और एक्स वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है, जिसमें AFP द्वारा समानताएं हाईलाइट की गई हैं

आगे गूगल कीवर्ड सर्च करने पर स्थानीय मीडिया आउटलेट्स द्वारा दिसंबर 2021 में प्रकाशित इस लूट की बरामदगी से संबंधित रिपोर्ट्स में समान तस्वीरें मिलीं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

रिपोर्ट में कहा गया है कि वेल्लोर में पुलिस ने ओडुकाथुर में एक कब्रिस्तान से 16 किलोग्राम सोना और हीरे बरामद किए थे, और संदिग्ध -- जिसकी पहचान वी टीकारामन के रूप में हुई थी -- ने ज्वैलरी शॉप की पिछली दीवार में छेद करके प्रवेश किया था.

वेल्लोर पुलिस के प्रवक्ता मुरुगन सिद्धार्थ ने 13 जनवरी को एए़फ़पी को बताया कि किसी भी मंदिर कर्मचारी के घर पर इस तरह की कोई भी छापेमारी नहीं की गई.

सिद्धार्थ ने एएफ़पी को बताया, "वीडियो पुराना है और 2021 में हुई डकैती से बरामद गहनों का है, यह दावा गलत है कि पुलिस ने इसे मंदिर के पुजारियों या किसी कर्मचारी के घर से बरामद किया है."

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