शंकराचार्य का सीएम योगी आदित्यनाथ को फ़ोन पर डांटने का दावा गलत है

कुंभ मेले में जानलेवा भगदड़ के बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फटकार लगाने के गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. वीडियो में शंकराचार्य वीडियो कॉल पर गुस्से में बात करते नज़र आ रहे हैं. हालांकि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वास्तव में शंकराचार्य सीएम योगी से बात नहीं कर रहे बल्कि एक न्यूज़ एंकर को वीडियो कॉल के माध्यम से इंटरव्यू दे रहे थे.

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर 7 फ़रवरी 2025 को वीडियो पोस्ट करते हुए यूज़र ने लिखा, "वीडियो कॉल पर योगी आदित्यनाथ जी को शंकराचार्य जी ने लगाई फटकार....इस्तीफा दो."

वीडियो दो भाग में है -- पहले हिस्से में शंकराचार्य कहते हैं, "कहां गई तुम्हारी व्यवस्था, जैसा पिछला कुंभ था  वैसा ही तुम्हारा कुंभ हो गया. इसमें विशेष कहां हुआ. तुम्हारा कुंभ तो विशेष होना चाहिए था न, तुम तो कह रहे थे कि 40 करोड़ लोग आने वाले हैं और तुमने 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की है. फिर भी तुम्हारी व्यवस्था बिगड़ क्यों जा रही है."

दूसरे भाग में शंकराचार्य कहते हैं, "ये हमारा सनातन धर्म है, और सनातन धर्म में कोई भी बात आपको कहना है तो उसको शास्त्र प्रमाण के साथ कहना पड़ता है."

Image
गलत दावे से शेयर किये जा रहे पोस्ट का 10 फ़रवरी को लिया गया स्क्रीनशॉट

भारत सरकार ने 11 फ़रवरी को बताया कि 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों ने अब तक कुंभ में स्नान किया है (आर्काइव्ड लिंक).

यह मेला प्रयागराज में हर 12 साल में उस स्थान पर आयोजित होता है जहां मान्यताओं के अनुसार गंगा, यमुना और पौराणिक कथाओं में उल्लिखित सरस्वती नदियों का संगम है.

यह क्लिप 29 जनवरी को कुंभ में हुई भगदड़ -- जिसमें कम से कम 30 लोगों की मृत्यु हो गयी थी -- के बाद फ़ेसबुक और X पर शेयर की जा रही है. इन मौतों ने योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के शानदार इवेंट मैनेजमेंट के दावों पर प्रश्नचिह्न लगा दिया (आर्काइव्ड लिंक).

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस घटना के बाद योगी प्रशासन के प्रबंधन की आलोचना की थी मगर इस वीडियों में वह सीएम योगी से नहीं बल्कि एक न्यूज़ एंकर से बात कर रहे थे. 

भ्रामक वीडियो

वीडियो पर "एक्सक्लूसिव चौचक मीडिया" का एक वॉटरमार्क है. यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च करने पर 5 फ़रवरी को अपलोड किया गया यही वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो का शीर्षक है, "Mahakumbh_2025, वीडियो कॉल पर डांट लगाते दिखे शंकराचार्य ||योगी आदित्यनाथ को गलती का कराया अहसास ||"

वीडियो के शीर्षक और विवरण से यह स्पष्ट नहीं होता है कि कॉल पर योगी आदित्यनाथ थे.

अविमुक्तेश्वरानंद के फ़ोन इंटरव्यू के लिए आगे और कीवर्ड से सर्च किया तो एक वीडियो मिला जिसे डिजिटल मीडिया कंपनी 'जमावत' ने 3 फ़रवरी को यूट्यूब पर अपलोड किया था (आर्काइव्ड लिंक).

Image
भ्रामक दावे से शेयर की जा रही पोस्ट (बाएं) और जमावत यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना, समानताएं एएफ़पी द्वारा हाइलाइट की गई हैं

एंकर ने शंकराचार्य से पूछा कि उन्होंने योगी आदित्यनाथ के इस्तीफ़े की मांग क्यों की, जबकि पिछली सरकारों के दौरान भी इस तरह की भगदड़ की घटनाएं हुई हैं.

शंकराचार्य ने कुंभ मेले में फैली अव्यवस्था को लेकर सीएम योगी की आलोचना करते हुए जवाब दिया.

जमावत मीडिया कंपनी ने एएफ़पी से पुष्टि की कि शंकराचार्य चैनल की एंकर देवांशी जोशी से बात कर रहे थे, योगी आदित्यनाथ से नहीं.

जोशी ने भगदड़ में हुई मौतों के संबंध में अन्य हिंदू संतों के बयानों के बारे में भी पूछा. हालांकि, गलत दावे से शेयर किये जा रहे सोशल मीडिया पोस्ट में यह हिस्सा काट दिया गया है.

इस संबंध में जोशी ने 10 फ़रवरी को X पर पोस्ट करते हुए कहा, "किसी ने शंकराचार्य से मेरे इंटरव्यू के दौरान इस क्लिप को रिकॉर्ड किया और इसे गलत दावे के साथ शेयर कर दिया (आर्काइव्ड लिंक)."

एएफ़पी ने इससे पहले अविमुक्तेश्वरानंद के उस वीडियो का फ़ैक्ट चेक किया था जिसमें दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक शादी में उन्हें नज़रअंदाज़ किया था.

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें