म्यांमार में हालिया भूकंप मृतकों की नहीं, योगासन कर रहे लोगों की हैं ये पुरानी तस्वीरें

म्यांमार में योगासन कर रहे लोगों की पुरानी तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके साथ गलत दावा किया गया है कि ये मार्च के अंतिम सप्ताह में दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में मारे गए लोगों को दिखाती हैं. इस भूकंप में 3,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी. हालांकि मैडिटेशन सेंटर में ली गयीं यह तस्वीरें इंटरनेट पर 2019 से उपलब्ध हैं.

फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने 29 मार्च 2025 को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "म्यांमार, वर्मा, थाईलैंड में आये भूकंप से बौद्ध जगत में शोक छाया हजारों बौद्ध उपासक एवं सैकड़ों बौद्ध भिक्षु हमारे बीच में नही रहे भावभीनी श्रद्धांजलि एवं शत शत नमन."

दो तस्वीरों में ज़मीन पर लेटे बौद्ध भिक्षु और तीसरी में सादे कपड़ों में लोग दिखाई दे रहे हैं. 

म्यांमार के मीडिया आउटलेट्स के अनुसार 28 मार्च को आए विनाशकारी भूकंप के बाद मरने वालों की संख्या 3,300 से अधिक हो गई है, देश में कई लोग अभी भी बगैर आश्रय हैं क्योंकि उनके घर नष्ट हो गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गयी पोस्ट का 8 अप्रैल को लिया गया स्क्रीनशॉट

यही कोलाज समान दावों के साथ X पर यहां और फ़ेसबुक पर यहां शेयर किया गया है.

पोस्ट पर शोक व्यक्त करने वाले यूज़र्स के कमेंट्स से पता चलता है कि वह इन तस्वीरों को हालिया आपदा के असली पीड़ितों की मान रहे हैं.

एक यूज़र ने कमेंट में लिखा, "बहुत दुखद समाचार. बौद्ध समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति."

दूसरे ने लिखा, "मृतकों के प्रति गहरी संवेदना."

हालांकि ये तस्वीरें भूकंप से पहले की हैं और इनमें ध्यानमग्न लोगों को दिखाया गया है.

गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि ये तस्वीरें Theinngu 32 नामक फ़ेसबुक पेज पर अलग-अलग समय पर शेयर की गई हैं, जिनके साथ बर्मी भाषा में कैप्शन लिखा है, "लेटे हुए ध्यानमग्न"(आर्काइव्ड लिंक).

पेज के इंट्रो सेक्शन में दी गई वेबसाइट के अनुसार, यह एक बौद्ध ध्यान केंद्र है जिसका मुख्यालय म्यांमार में है (आर्काइव्ड लिंक).

ज़मीन पर लेटे भिक्षुओं की पंक्ति की पहली तस्वीर 27 जनवरी, 2020 को पोस्ट की गई थी, दूसरी 5 अक्टूबर, 2020 को और सादा कपड़ों में लेटे लोगों की तीसरी तस्वीर 14 अक्टूबर, 2019 को पोस्ट की गई थी (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

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गलत दावे से शेयर की गयी पोस्ट (बाएं) और ध्यान केंद्र द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

"Theinngu 32" फ़ेसबुक पेज के एडमिन ने पुष्टि की कि ये तस्वीरें हाल ही में आए म्यांमार भूकंप से संबंधित नहीं हैं.

उन्होंने 2 अप्रैल को एएफ़पी को बताया, "ये तस्वीरें पूर्व में आयोजित 10 दिवसीय ध्यान शिविर के दौरान लेटकर किए गए ध्यान अभ्यास को दर्शाती हैं."

एएफ़पी ने म्यांमार भूकंप से जुड़े अन्य दावों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

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