हैदराबाद में जंगल की कटाई के दौरान भागते जानवरों की ये तस्वीर दरअसल AI जेनरेटेड है

हैदराबाद में तेलंगाना सरकार द्वारा 400 एकड़ वनक्षेत्र की कटाई के प्रयास के खिलाफ़ हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने 1 अप्रैल 2025 को विरोध प्रदर्शन शुरू किया. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की गई जिसमें कथित तौर पर एक वनक्षेत्र में बुलडोज़र के डर से भागते जानवरों को दिखाया गया है. हालांकि तस्वीर में ऐसी विसंगतियां  हैं जो दर्शाती हैं कि इसे AI टूल्स की मदद से बनाया गया है.

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने 2 अप्रैल, 2025 को तस्वीर शेयर की.

पोस्ट के कैप्शन का एक हिस्सा कहता है, "जब दुनिया भर के वैज्ञानिक पर्यावरणीय चेतावनी दे रहे हैं इस वक़्त दुनिया मे जंगल उजाड़ने से बड़ा कोई अपराध नहीं."

तस्वीर में पलायन करते हिरणों और मोरों के समूह के बैकग्राउंड में एक वनक्षेत्र और अर्थ मूविंग मशीन्स दिखाई देते हैं.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 10 अप्रैल 2025

तस्वीर X और इंस्टाग्राम पर ऐसे समय शेयर की गयी है जब तेलंगाना सरकार ने आईटी पार्क बनाने के लिए कांचा गाचीबोवली -- हैदराबाद विश्वविद्यालय की सीमा स्थित 400 एकड़ वन भूमि -- के कुछ हिस्से को क्लियर करना शुरू किया था (आर्काइव्ड लिंक).

न्यूज़ रिपोर्ट्स के अनुसार जंगल कटाई के खिलाफ़ हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने 2 अप्रैल से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन और कक्षाओं का बहिष्कार किया, जिसमें कम से कम 50 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया, जिन्हे बाद में रिहा कर दिया गया (आर्काइव्ड लिंक).

सुप्रीम कोर्ट ने 3 अप्रैल को पेड़ों की कटाई पर तुरंत रोक लगाने का आदेश जारी किया और अप्रैल महीने के अंत में सुनवाई तय की है (आर्काइव्ड लिंक).

ChatGPT का इस्तेमाल

तस्वीर के विश्लेषण के दौरान बहुत सी अनियमितताएं देखी गई जैसे कि दो हिरणों के शरीर एक दूसरे से जुड़े हुए है और मोर के पंख का एलाइनमेंट ठीक नहीं है. दाहिने तरफ़ हिरण के पैरों की बनावट भी विचित्र है.

तस्वीर की विसंगतियां इस बात की ओर संकेत कर रही हैं कि वास्तव में ये फ़ोटो असली नहीं बल्कि जनरेटिव AI टूल का उपयोग करके डिजिटल रूप से बनाई गई है, जैसा एएफ़पी ने पहले भी रिपोर्ट किया है.

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दो हिरणों के शरीर एक दूसरे से जुड़े हुए (बाएं), विचित्र पंखों वाला पक्षी (बीच में) तथा विचित्र पैरों वाला एक अन्य हिरण (दाएं) का स्क्रीनशॉट

गूगल पर कीवर्ड सर्च के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर 4 अप्रैल को इंस्टाग्राम पर शेयर की गई इसी तरह के विज़ुअल वाला एक वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

इसका कैप्शन है, "यह वीडियो पूरी तरह से AI द्वारा जेनरेट किया गया है और यह असली नहीं है."

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AI तस्वीर वाली पोस्ट (बाएं) और इंस्टाग्राम से लिए गए वीडियो की स्क्रीनशॉट तुलना

एएफ़पी ने अकाउंट ओनर 'जधेश वडक्कमपुरम प्रकाश' से संपर्क किया, जिसने बताया कि यह वायरल तस्वीर उन्होंने बनाई है.

प्रकाश ने एएफ़पी को बताया, "मैंने मौजूदा AI तकनीक का उपयोग करके तस्वीर बनाई और इसे अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया, लेकिन जल्द ही इसे डिलीट कर दिया."

"एक क्रिएटर के रूप में मैंने सोचा कि मैं क्या कर सकता हूं. मैंने हैदराबाद मुद्दे पर जानकारी इकट्ठा करने के लिए रिसर्च की," प्रकाश ने आगे बताया.

"रिसर्च के बाद मैंने AI की मदद से एक वीडियो बनाने के बारे में सोचा. मैंने स्टोरीबोर्ड, छवि निर्माण के लिए ChatGPT का उपयोग किया और अंत में एक अन्य AI टूल पर यह एनिमेटेड तस्वीर बनाई."

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