
बोलीविया के संसद सदन ढहने के दावे से शेयर किया गया वीडियो AI जेनरेटेड है
- प्रकाशित 11 जुलाई 2025, 13h29
- 3 मिनट
- द्वारा Jan Cuyco, एफप फिलीपींस, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Sachin BAGHEL
कॉपीराइट © एएफ़पी 2017-2025. इस कंटेंट के किसी भी तरह के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए सब्सक्रिप्शन की ज़रूरत पड़ेगी. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
इंस्टाग्राम पर जुलाई 4 को शेयर किये गए वीडियो में एक दीवार मंच पर बैठे लोगों पर गिरती हुई दिखाई दे रही है.
वीडियो का कैप्शन है, "बोलीविया में चौंकाने वाली घटना".
वीडियो के ऊपर अग्रेज़ी में "लगभग 50-90 लोग मारे गए, ब्रेकिंग न्यूज़ RIP" और स्पैनिश में "बोलीविया की असेंबली" लिखा हुआ है.

वीडियो बर्मी, कोरियाई, इंडोनेशियाई और हिन्दी कैप्शन से भी शेयर किया गया है.
बोलिवियन अधिकारियों ने बताया कि जुलाई 3 से पहले वाले हफ़्ते में देश के दक्षिणी हिस्से में कम से कम 20 भूकंप दर्ज किए. स्थानीय मीडिया के अनुसार, सुबह 5.4 तीव्रता का एक भूकंप आया, लेकिन इससे किसी ईमारत को क्षति नहीं हुई (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
शेयर किये जा रहे वीडियो को कई यूज़र्स वास्तविक समझ बैठे.
हालांकि 10 सेकंड की इस क्लिप में दृश्य विसंगतियों से पता चलता है कि यह AI द्वारा बनाई गई है.
मंच पर बैठे लोग दीवार गिरने के समय उसी कोण से गिरते हैं जैसे दीवार गिर रही है, यह असामान्य दिखता है. ऊंचाई के बावजूद, दीवार सिर्फ़ कमरे के आधे हिस्से पर ही गिरती है, जिससे बाकी की कतारें पूरी तरह सुरक्षित रहती हैं.
दीवार गिरने के बाद लोग अद्भुत ढंग से हवा से प्रकट होते दिखाई देते हैं, जिनमें से कुछ धुंधले होकर अजीब आकृतियों में तब्दील हो जाते हैं.

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तकनीक का विकास ज़ोरो से हुआ है, लेकिन ऐसी गड़बड़ियां आज भी AI से तैयार किए गए कंटेंट की पहचान करने का सबसे अच्छा तरीका हैं.
इसके अलावा, गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह वीडियो जुलाई 2, 2025 को टिकटॉक पर शेयर किया गया था जहां इसे AI-जेनरेटेड बताया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

इसी यूज़र ने ऐसे ही अन्य AI से बनाए गए कई वीडियो अपलोड किए हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां ).
आगे गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह AI वीडियो संभवतः नवंबर 22, 2024 को बोलिवियन चैंबर ऑफ़ डेप्यूटीज़ की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई संसद हॉल की तस्वीर से तैयार की गई है (आर्काइव्ड लिंक).

ऐसे ही विभिन्न आपदाओं से संबंधित AI जेनरेटेड कंटेन्ट को एएफ़पी ने यहां फ़ैक्ट चेक किया है.
