बोलीविया के संसद सदन ढहने के दावे से शेयर किया गया वीडियो AI जेनरेटेड है

सोशल मीडिया पर लाखों व्यूज़ बटोर चुके एक वीडियो के साथ दावा किया गया है कि ये बोलीविया की संसद भवन को गिरते हुए दिखाता है. हालांकि दावा गलत है. बोलीविया में जुलाई के पहले हफ़्ते में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे -- जिसमें सबसे तेज़ 5.4 तीव्रता का था-- लेकिन इमारतों के नुकसान की कोई रिपोर्ट मौजूद नहीं है. वायरल वीडियो दरअसल AI टूल्स की मदद से बनाई गयी है.

इंस्टाग्राम पर जुलाई 4 को शेयर किये गए वीडियो में एक दीवार मंच पर बैठे लोगों पर गिरती हुई दिखाई दे रही है.

वीडियो का कैप्शन है, "बोलीविया में चौंकाने वाली घटना".

वीडियो के ऊपर अग्रेज़ी में "लगभग 50-90 लोग मारे गए, ब्रेकिंग न्यूज़ RIP" और स्पैनिश में "बोलीविया की असेंबली" लिखा हुआ है.

Image
गलत दावे की पोस्ट का जुलाई 10, 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट, जिस पर एएफ़पी द्वारा एक लाल X साइन जोड़ा गया है

वीडियो बर्मी, कोरियाई, इंडोनेशियाई और हिन्दी कैप्शन से भी शेयर किया गया है.

बोलिवियन अधिकारियों ने बताया कि जुलाई 3 से पहले वाले हफ़्ते में देश के दक्षिणी हिस्से में कम से कम 20 भूकंप दर्ज किए. स्थानीय मीडिया के अनुसार, सुबह 5.4 तीव्रता का एक भूकंप आया, लेकिन इससे किसी ईमारत को क्षति नहीं हुई (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

शेयर किये जा रहे वीडियो को कई यूज़र्स वास्तविक समझ बैठे.  

हालांकि 10 सेकंड की इस क्लिप में दृश्य विसंगतियों से पता चलता है कि यह AI द्वारा बनाई गई है.  

मंच पर बैठे लोग दीवार गिरने के समय उसी कोण से गिरते हैं जैसे दीवार गिर रही है, यह असामान्य दिखता है. ऊंचाई के बावजूद, दीवार सिर्फ़ कमरे के आधे हिस्से पर ही गिरती है, जिससे बाकी की कतारें पूरी तरह सुरक्षित रहती हैं.  

दीवार गिरने के बाद लोग अद्भुत ढंग से हवा से प्रकट होते दिखाई देते हैं, जिनमें से कुछ धुंधले होकर अजीब आकृतियों में तब्दील हो जाते हैं.  

Image
गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो का स्क्रीनशॉट जिसमें एएफ़पी ने दृश्य विसंगतियों को हाइलाइट किया है

आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तकनीक का विकास ज़ोरो से हुआ है, लेकिन ऐसी गड़बड़ियां आज भी AI से तैयार किए गए कंटेंट की पहचान करने का सबसे अच्छा तरीका हैं.  

इसके अलावा, गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह वीडियो जुलाई 2, 2025 को टिकटॉक पर शेयर किया गया था जहां इसे AI-जेनरेटेड बताया गया है (आर्काइव्ड लिंक). 

Image
गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट (बाएं) और TikTok पर अपलोड किए गए AI-जनरेटेड वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

इसी यूज़र ने ऐसे ही अन्य AI से बनाए गए कई वीडियो अपलोड किए हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां ). 

आगे गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह AI वीडियो संभवतः नवंबर 22, 2024 को बोलिवियन चैंबर ऑफ़ डेप्यूटीज़ की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई संसद हॉल की तस्वीर से तैयार की गई है (आर्काइव्ड लिंक). 

Image
गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट (बाएं) और बोलीविया की चैंबर ऑफ़ डेप्यूटीज़ द्वारा प्रकाशित फ़ोटो के स्क्रीनशॉट की तुलना

ऐसे ही विभिन्न आपदाओं से संबंधित AI जेनरेटेड कंटेन्ट को एएफ़पी ने यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें