
ईरानी हमले में मोसाद मुख्यालय ध्वस्त होने के दावे से शेयर की गई तस्वीर AI जेनरेटेड है
- प्रकाशित 2 जुलाई 2025, 14h13
- 3 मिनट
- द्वारा Sachin BAGHEL, एफप भारत
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एक यूज़र ने X पर जून 17, 2025 को तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "कुदरत ने इजराइल को ही गाजा बना दिया इजराइल की सबसे ताकतवर एजेंसी मोसाद को ईरान ने हवा में उड़ा दिया."
तस्वीर में एक जली हुई इमारत है जिस पर अंग्रेज़ी में "Mosad" लिखा है; साथ ही इज़रायली झंडे भी दिख रहे हैं.

फ़ेसबुक और X पर यह तस्वीर इसी तरह के दावे से शेयर की गई है.
ईरान- इज़रायल के बीच हुए संघर्ष में ईरान के 627 और इज़रायल के 28 लोग मारे गए (आर्काइव्ड लिंक).
इज़रायल द्वारा ईरान पर मिसाइलों से अचानक हमला कर उसके सैन्य और परमाणु स्थलों को निशाना बनाया गया. जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने भी हमला किया जिससे यह संघर्ष मध्य पूर्व के दो दुश्मन देशों के बीच इतिहास की सबसे भयंकर लड़ाई में बदल गया (आर्काइव्ड लिंक).
ईरान ने बताया कि इज़रायल के संवेदनशील सुरक्षा स्थल उसके निशाने पर थे. उसने ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय और वायु सेना के ठिकानों पर हमले का दावा किया (आर्काइव्ड लिंक).
ईरान के खिलाफ़ अपने सहयोगी इज़रायल की ओर से सैन्य अभियान में शामिल होकर अमेरिका ने एक भूमिगत यूरेनियम संवर्धन केंद्र पर बड़े पैमाने पर बंकर-बस्टिंग बमों से हमला किया और दो अन्य परमाणु सयंत्रों को नष्ट कर दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जून 23 को घोषणा कर बताया कि ईरान और इज़रायल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).
हालांकि वायरल तस्वीर एक वीडियो का स्क्रीनशॉट है जो AI द्वारा जनरेट की गई है.
AI जेनरेटेड कंटेन्ट
कीफ़्रेम्स का उपयोग कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर एक TikTok वीडियो मिला, जिसे स्पष्ट रूप से AI-जेनरेटेड कंटेंट बताया गया था.
हालांकि मूल पोस्ट बाद में डिलीट कर दी गई, लेकिन यह तस्वीर TikTok वीडियो के आर्काइव्ड वर्ज़न में 16वें सेकंड पर देखी जा सकती है. नीचे AFP द्वारा हाइलाइट किए गए "AI-जेनरेटेड" शब्द के साथ तस्वीर का स्क्रीनशॉट है.

इस TikTok अकाउंट पर मौजूद वीडियो को AI-जेनरेटेड के तौर पर लेबल किया गया है (आर्काइव्ड लिंक).
तस्वीर में दिख रही इमारत में "Mosad" शब्द है, लेकिन तेल अवीव स्थित इंटेलिजेंस और स्पेशल ऑपरेशन संस्थान "Mossad" के नाम की अंग्रेज़ी स्पेलिंग अलग है (आर्काइव्ड लिंक).
जेनरेटिव AI तकनीक में जबरदस्त विकास के बावजूद ऐसी गलतियां अभी भी होती हैं और यह इस बात का संकेत है कि यह तस्वीर फ़र्ज़ी है.
AFP ने इसी तरह के एक दावे को फ़ैक्ट चेक किया है जिसमें जलती हुई इमारत को मोसाद कार्यालय बताया गया था.
ईरान-इज़रायल संघर्ष से जुड़ें अन्य गलत दावे एएफ़पी द्वारा यहां फ़ैक्ट चेक किये गए हैं.
