राजस्थान में भूमि विवाद का वीडियो पश्चिम बंगाल हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया

भारत में मुस्लिमों के धार्मिक प्रयोजन के लिये दान की जाने वाली संपत्तियों के प्रबंधन के तरीके में बदलाव से संबंधित वक़्फ संशोधन बिल को लेकर देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. इसी बीच सोशल मीडिया यूज़र्स ने एक पुरानी क्लिप शेयर करते हुए दावा किया कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों द्वारा हिंदुओं के घरों में घुसकर उनपर हमला किया गया है. हालांकि वीडियो को 2024 की कई न्यूज़ रिपोर्ट्स में प्रकाशित किया गया था, जिनके अनुसार यह राजस्थान में भूमि विवाद से संबंधित हिंसा दिखाता है.   

फ़ेसबुक पर 13 अप्रैल, 2025 को शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है, "पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मालदा, दक्षिण परगना, जिले मे वक्फ बोर्ड विल के विरोध में आगजनी प्रदर्शन... मुर्शिदाबाद में एक ही परिवार के 3 हिंदुओं को पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया है, बंगाल में बांग्लादेश जैसे हालात हो चुके हैं, गरीबों के घर जेहादी घर में घुसकर तोड़फोड़ कर रहे हैं... यदि बंगाल को बचाना है तो बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना होगा."

पोस्ट में शेयर की गई क्लिप में एक समूह दो महिलाओं और एक पुरुष पर ताबड़तोड़ पत्थर फेंकते और लाठी-डंडे लेकर उनकी और बढ़ते दिखाई देता है.  

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 21 अप्रैल 2025

वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक और X पर शेयर किया गया है.  

वक़्फ संशोधन विधेयक के संसद में पास होने के बाद से ही पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे जिसमें तीन लोगों के मौत की खबर है और साम्प्रदायिक हिंसा की वजह से सैकड़ों लोगों के पलायन की खबरें भी आ रही हैं.  (आर्काइव्ड लिंक). 

सरकार के अनुसार यह बिल वक़्फ की भूमि और संपत्ति के प्रबंधन में पारदर्शिता को बढ़ावा देगा. 

हालांकि विपक्ष ने इस विधेयक को भारत में सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने वाला एक और कदम बताया है. 

लेकिन वीडियो हालिया विरोध प्रदर्शनों से संबंधित नहीं है. 

क्लिप के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इंडिया टुडे ने 9 अप्रैल, 2024 को एक वीडियो रिपोर्ट में इस फ़ुटेज को प्रकाशित किया है (आर्काइव्ड लिंक). 

इसमें कहा गया है कि कुछ नकाबपोश लोगों ने राजस्थान में एक घर में घुसने की कोशिश की और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की और उन पर पत्थर फेंके. हमला भूमि विवाद से संबंधित होने के संदेह पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया. 

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बायें) और इंडिया टुडे के वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

अन्य न्यूज़ आउटलेट्स ने भी इस हमले से जुड़ी रिपोर्ट्स में इस क्लिप को प्रकाशित किया है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां). 

जयपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी, कविन्द्र सागर, ने 14 अप्रैल को एएफ़पी को बताया कि घटना में दोनों पक्ष हिंदू समुदाय से थे और "इसमें कोई सांप्रदायिक वजह नहीं थी". 

उन्होंने कहा, "आरोपियों को घटना के तुरंत बाद गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया था."

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