पश्चिम बंगाल का नहीं, भोपाल का है यह वीडियो

वक़्फ़ बिल को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है जिसमें मुस्लिम वेशभूषा में दिख लोग एक ट्रक में बैठकर कहीं जा रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया गया कि ये लोग पश्चिम बंगाल में इकठ्ठा हो रहे हैं. हालांकि, यह दावा गलत है. वीडियो दिसंबर 2024 से ही इंटरनेट पर मौजूद है और भोपाल में हुए इस्लामिक आयोजन से सम्बंधित है.

एक यूज़र ने X पर 13 अप्रैल 2025 को वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "उनकी तैयारी पुरी चुकी है वो तैयार हैँ !! और आप ..? बंगाल."

यह वीडियो पश्चिम बंगाल में वक़्फ़ बिल के विरोध में हुए प्रदर्शनों के बाद शेयर किया गया है. पुलिस ने एएफ़पी को बताया कि इन विरोध प्रदर्शनों में एक बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई और 110 से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया गया है (आर्काइव्ड लिंक). 

केंद्र सरकार के अनुसार वक़्फ़ संशोधन बिल दान में प्राप्त मुस्लिम धार्मिक सम्पतियों का प्रबंधन करने वाले वक़्फ़ बोर्डों को अधिक जवाबदेह और पारदर्शी बनाएगा.

परन्तु विपक्षी दलों ने इसे मुस्लिमों पर हमला बताया, जिससे धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा मिलेगा.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का 18 अप्रैल 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट

इसी तरह के दावे से यह वीडियो X और फ़ेसबुक पर शेयर किया गया, जहां यूज़र्स इसे सच मान रहे हैं. 

एक यूज़र ने लिखा, "जागो हिन्दू, अब तो जाग जाओ हिन्दुओं."

एक अन्य ने लिखा, "बंगाल में हालात बहुत भयानक हैं."

हालांकि, यह वीडियो भोपाल में फ़िल्माया गया है.

गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर इंस्टाग्राम पर 5 दिसंबर, 2024 को पोस्ट की गई समान क्लिप मिली जिसमें वीडियो के ऊपर "भोपाल" और वर्ष "2024" लिखा हुआ था (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट (बाएं) और इंस्टाग्राम पर उपलब्ध वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

वीडियो को शेयर करने वाले "abid.sheik.315" की प्रोफ़ाइल खंगालने पर एक समान पोस्ट मिली, जिस पर "इज्तिमा" लिखा था. यह भोपाल में होने वाला एक वार्षिक इस्लामिक आयोजन है (आर्काइव्ड लिंक).

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 29 नवंबर से 2 दिसंबर, 2024 तक आयोजित इस वैश्विक इस्लामिक सम्मेलन में 1 करोड़ से अधिक मुसलमानों ने धर्म और आस्था की चर्चा में शिरकत की थी (आर्काइव्ड लिंक).

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक़ आयोजन का समापन "वैश्विक शांति और कल्याण" के लिए दुआ के साथ हुआ (आर्काइव्ड लिंक).

वायरल वीडियो में "सचिन टेंट सप्लायर्स" नाम का एक साइनबोर्ड नज़र आता है जिसका उपयोग करते हुए एएफ़पी ने इस जगह को भोपाल के एक बाज़ार में जियोलोकेट किया (आर्काइव्ड लिंक).

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इंस्टाग्राम पोस्ट (बाएं) और गूगल मैप्स स्ट्रीट व्यू इमेजरी के स्क्रीनशॉट की तुलना, समान तत्वों को एएफ़पी ने हाईलाइट किया है

यूज़र "abid.sheik.315" ने इस वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे को ख़ारिज करते एक फ़ैक्ट चेक वीडियो को भी शेयर किया है (आर्काइव्ड लिंक).

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