कोविड लॉकडाउन के दौरान झड़प की पुरानी क्लिप वक़्फ़ बिल के खिलाफ़ प्रदर्शन के दावे से वायरल

संसद में वक़्फ़ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद से पश्चिम बंगाल में हुए विरोध प्रदर्शनों के मध्य सोशल मीडिया पर पुलिस और भीड़ की भिड़ंत का एक फ़ुटेज सामने आया जिसके साथ ये गलत दावा किया गया कि यह हालिया अशांति दिखाता है. हालांकि यह क्लिप 2020 का है और कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान हुई झड़प दिखाता है.

वीडियो को फ़ेसबुक पर 19 अप्रैल, 2025 को शेयर कर कैप्शन दिया गया: "पश्चिम बंगाल में जुम्मे की नमाज़ के बाद सुरक्षाकर्मियों को ख़ुद सुरक्षा की ज़रूरत पड़ गई."

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद भारत के मुस्लिम बहुल पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हुए श्रृंखलाबद्ध हमलों का ज़िक्र करते हुए पोस्ट में आगे लिखा है, "ये पश्चिम बंगाल भारत में ही है या बांग्लादेश में ???" (आर्काइव्ड लिंक).

क्लिप में दिख रही भीड़, जिसमें कुछ ने मुस्लिमों द्वारा पहनी जाने वाली सफ़ेद जालीदार टोपी पहनी हुई है, नीली वर्दीधारी पुलिसकर्मियों से हाथापाई कर रही है.

Image
गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 25 अप्रैल 2025

गलत दावे के साथ यही फ़ुटेज फ़ेसबुक, X और इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया गया है.

मुस्लिम भूमि-स्वामित्व संगठनों में सुधार के लिए वक़्फ़ बिल विधेयक पारित होने के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों में पश्चिम बंगाल में तीन लोगों की मौत हो गई (आर्काइव्ड लिंक).

केंद्र सरकार का तर्क है कि यह बिल शक्तिशाली वक़्फ़ बोर्डों को जवाबदेह बनाकर भूमि प्रबंधन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए लाया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

हालांकि विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की है और इस विधेयक को भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर "हमला" बताया है.

सोशल मीडिया यूज़र्स के कमेंट्स से पता चलता है कि उन्होंने गलत दावों पर यकीन कर लिया है.

पोस्ट पर एक यूज़र का कमेंट है, "जागो हिंदुओं, जागो, देखो क्या हो रहा है, अगर तुम अभी नहीं जागे, तो कब जागोगे?"

एक अन्य ने कहा: "इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे बंगाल पाकिस्तान का हिस्सा बन गया है."

लेकिन गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि समाचार एजेंसी ANI ने X पर 28 अप्रैल, 2020 को यही क्लिप प्रकाशित की थी (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट का कैप्शन है, "आज हावड़ा के टिकियापारा में एक बाज़ार में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए भीड़ जमा हुई थी. जब पुलिस ने भीड़ को अपने घर वापस जाने के लिए कहा तो भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया और उन पर पथराव किया. 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए."

Image
गलत दावे की पोस्ट वाली वीडियो (बाएं) और ANI के X अकाउंट पर पोस्ट की गई क्लिप की स्क्रीनशॉट तुलना

इंडिया टुडे ने वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ अपनी रिपोर्ट में बताया कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा ज़िले के टिकियापारा में लॉकडाउन लागू करने वाले कई अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया (आर्काइव्ड लिंक).

पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 अप्रैल, 2020 को X पर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि वे इसमें शामिल लोगों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं (आर्काइव्ड लिंक).

करोड़ो भारतीयों को उस दौरान कोविड के रोकथाम के लिए लॉकडाउन में रहने का आदेश दिया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने वक़्फ़ बिल से संबंधित अन्य गलत सूचनाओं को यहां, यहां और यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें