पाकिस्तानी सैनिकों के शव ढोते गधे का पुराना वीडियो हालिया संघर्ष से जोड़कर वायरल

भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक चले जेट फ़ाइटर, मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद मई 10, 2025 को युद्धविराम की घोषणा हुई. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया गया कि यह हालिया संघर्ष में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के शवों को गधों पर ढोते हुए दिखाता है. लेकिन वीडियो इस संघर्ष से पहले का है और 2024 से ही कई न्यूज़ रिपोर्ट्स में प्रकाशित होता रहा है. 

फ़ेसबुक पर मई 12, 2025 को शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है, "पाकिस्तानी अपने मरे हुए सैनिकों को ढूंढकर उनकी लाशों को गधे पर ले जाते दिख रहे हैं." कैप्शन के साथ Operation Sindoor और Indian army के हैशटैग्स हैं.

पोस्ट में शेयर की गई वीडियो क्लिप में सेना की वर्दी में तीन लोग एक पहाड़ी रास्ते से दो शवों को एक गधे पर ले जाते दिख रहे हैं. 

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 13 मई 2025

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में "आतंकी ठिकानों" पर हमले किये जिसके बाद चार दिनों तक चले संघर्ष को 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा युद्धविराम की घोषणा के साथ रोका गया; यह वीडियो उसके बाद शेयर किया गया (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

इस संघर्ष में दोनों देशों में लगभग 70 से अधिक लोगों की जान चली गई (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो को फ़ेसबुक और X पर भी इसी तरह के दावों के साथ शेयर किया गया -- लेकिन यह क्लिप नवंबर 2024 से ही ऑनलाइन शेयर की जा रही है.

वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पाया गया कि यह वीडियो पाकिस्तान की असेंबली के पूर्व डिप्टी स्पीकर क़ासिम खान सूरी द्वारा 21 नवंबर 2024 को फ़ेसबुक पर पोस्ट किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट का उर्दू कैप्शन है: "तिराह घाटी में शहीद हुए दो सैनिकों के शवों को गधे पर लादकर नीचे लाया जा रहा है. गरीबों के बच्चे कब तक जान देते रहेंगे उन जनरलों के लिए, जिनका रक्षा से कोई लेना-देना नहीं, वे तो अपनी राजनीति, कारोबार और प्लॉट खरीदने-बेचने में लगे हैं."

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गलत दावे की पोस्ट के क्लिप (बायें) और 2024 फ़ेसबुक पोस्ट के वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

पाकिस्तानी मीडिया चैनल डॉन की 20 नवंबर 2024 की एक रिपोर्ट के अनुसार, तिराह घाटी में उग्रवादियों के साथ हुई झड़पों में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी मारे गए और तीन घायल हुए थे (आर्काइव्ड लिंक). एएफ़पी ने रिपोर्ट किया कि इस संघर्ष में नौ उग्रवादी भी मारे गए थे (आर्काइव्ड लिंक).

तिराह घाटी पाकिस्तान के पश्चिम-मध्य ख़ैबर पख़्तूनख्वा प्रांत में स्थित है.

वीडियो में नज़र आ रहे सैनिक पश्तो भाषा में बात कर रहे हैं, जो मुख्य रूप से ख़ैबर पख़तूनख्वा और उत्तरी बलूचिस्तान में बोली जाती है.

आगे कीवर्ड सर्च करने पर यह वीडियो नवंबर 2024 के अंत में NDTV और News18 के वेबसाइट्स पर भी पब्लिश किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

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