बांग्लादेश का स्क्रिप्टेड वीडियो भारत में 'ट्रेन से चोरी' के गलत दावे से वायरल

चलती ट्रेन से एक यात्री के हाथ पर डंडा मारकर मोबाइल फ़ोन छीनते व्यक्ति का स्क्रिप्टेड वीडियो सोशल मीडिया पर इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह भारत में कथित तौर पर रेलवे ट्रैक्स के पास झोपड़ी बनाकर रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों द्वारा की गई चोरी दिखाता है. जबकि वीडियो बांग्लादेश का है. 

फ़ेसबुक पर जुलाई 7, 2025 को पोस्ट किए गए एक वीडियो का कैप्शन है: "ये बांग्लादेशी/रोहिंग्या RailTrack के किनारे झोपड़ी बनाकर रहते है ऐसी छीना झपटी, लूटपाट की हरकते करतें हैं."

वीडियो, जिसपर 20,000 से ज़्यादा व्यूज़ हैं, एक व्यक्ति को चलती ट्रेन में मोबाइल थामे एक शख़्स के हाथ पर डंडा मारकर फ़ोन गिराते हुए दिखाता है. इसके बाद वह व्यक्ति मोबाइल उठाकर चल देता है.

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 14 जुलाई 2025, जिसमें एएफ़पी द्वारा लाल X मार्क जोड़ा गया है

हाल ही में भारत सरकार द्वारा सैकड़ों लोगों को बिना सुनवाई के बांग्लादेश भेजे जाने के बाद, यह वीडियो फ़ेसबुक और X पोस्ट्स पर शेयर किया जाने लगा. इस कार्रवाई की कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वकीलों ने आलोचना की और इसे अवैध बताते हुए कहा कि यह जातीय भेदभाव के आधार पर किया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

जबकि सरकार का कहना है कि जिन लोगों को निकाला गया, वे बिना वैध दस्तावेज़ों के रह रहे थे.

ज्ञात हो कि भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका में 2024 में सत्तापलट के बाद से ही रिश्ते तनावपूर्ण हैं.

भारत पर म्यांमार से आए मुस्लिम रोहिंग्या शरणार्थियों को ज़बरदस्ती वापस भेजने के आरोप भी लगे हैं. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, नौसेना के जहाज़ों से इन्हें म्यांमार के तट से कुछ दूर पहले ही पानी में उतार दिया गया था.

हालांकि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है.

गलत दावे के क्लिप के की-फ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर वीडियो का एक हाई-क्वालिटी वर्ज़न फ़ेसबुक पर जुलाई 1 को पोस्ट किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट का कैप्शन है: "यात्रा करते समय अपना मोबाइल और हाथ बाहर न रखें," और इसके साथ "funny reels" और "comedy" जैसे हैशटैग्स का इस्तेमाल किया गया है.

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बायें) और फ़ेसबुक पर अपलोड ओरिजनल वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

यह वीडियो सबसे पहले बांग्लादेश के रहने वाले Md Rota Mia नामक फ़ेसबुक यूज़र द्वारा शेयर किया गया था, जो खुद को एक कॉमेडियन बताते हैं. उनके पेज पर ऐसे कई और स्क्रिप्टेड वीडियो मौजूद हैं (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने इससे पहले भी कई बार ऐसे गलत दावों को फ़ैक्ट-चेक किया है, जिनमें स्क्रिप्टेड वीडियो को असली घटनाओं के रूप में पेश किया गया था.

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