
राहुल गांधी के भाषण का एडिटेड वीडियो गलत दावे से वायरल
- प्रकाशित 21 जुलाई 2025, 12h09
- 4 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
कॉपीराइट © एएफ़पी 2017-2025. इस कंटेंट के किसी भी तरह के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए सब्सक्रिप्शन की ज़रूरत पड़ेगी. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
फ़ेसबुक पर जुलाई 11, 2025 को शेयर किए गए वीडियो के कैप्शन का एक अंश कहता है, "ओडिशा की धरती पर खड़े राहुल गांधी ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को बताया "नाटक"!"
वीडियो में गांधी एक मंच पर खड़े होकर कह रहे हैं: "जब ओडिशा में जगन्नाथ यात्रा निकलती है, तो जगन्नाथ यात्रा का रथ निकलता है, लाखों लोग उसे देखते हैं और उसके पीछे चलते हैं और फिर एक ड्रामा होता है."
यह वीडियो ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के सम्मान में आयोजित वार्षिक रथ यात्रा उत्सव में हुई एक भगदड़ के बाद शेयर किया गया (आर्काइव्ड लिंक).
जून 29 को मची भगदड़ में कम से कम तीन लोग मारे गए और लगभग 50 अन्य घायल हुए थे. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यात्रा में शामिल लोगों ने इस अफरा-तफरी के लिए खराब योजना और वीआईपी-व्यवस्था को ज़िम्मेदार ठहराया है (आर्काइव्ड लिंक).

यह क्लिप विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए फ़ेसबुक, थ्रेड्स और X पर भी शेयर की गई है.
एक पोस्ट पर कमेंट है, "इस विधर्मी द्वारा हिंदू धर्म की आस्था और भगवान जगन्नाथ महाप्रभु का अपमान करने पर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए और इस बिधर्मी पर करवाई किया जाना चाहिए."
एक अन्य यूज़र ने लिखा: "इस भ्रष्टाचारी पप्पू पर कार्रवाई कब होगी. कब तक यह देशभर में घुम -घुम कर अनाप-शनाप बकता रहेगा, सनातनियों की भावना से खिलवाड़ करता रहेगा."
हालांकि राहुल गांधी के असल भाषण के एक हिस्से को एडिट किया गया है.
क्लिप्ड वीडियो
गलत दावे से शेयर की गई वीडियो के की-फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर जुलाई 11 को न्यूज़ 18 ओडिया के ऑफ़िशियल यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित वीडियो का एक लंबा संस्करण मिला (आर्काइव्ड लिंक).
इसके विवरण में कहा गया है कि गांधी ओडिशा के भुवनेश्वर में कांग्रेस की "संविधान बचाओ" रैली में भाषण दे रहे थे.

गलत दावे की पोस्ट में इस्तेमाल किया गया अंश वीडियो के 32-सेकंड मार्क पर देखा जा सकता है.
क्लिप में गांधी का "ड्रामा" से क्या मतलब था, एडिट करके हटा दिया गया है.
गांधी उद्योगपति गौतम अडानी का ज़िक्र करते हुए कहते हैं, "जब ओडिशा में जगन्नाथ यात्रा होती है, तो जगन्नाथ यात्रा का रथ निकलता है, लाखों लोग उसे देखते हैं और उसके पीछे चलते हैं, और फिर एक ड्रामा होता है - रथ को अडानी जी और उनके परिवार के लिए रोका जाता है."
अडानी ने जून 28 को सपरिवार जगन्नाथ रथ यात्रा में हिस्सा लिया था (आर्काइव्ड लिंक).
द टेलीग्राफ़ अख़बार ने विपक्ष के हवाले से कहा, भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के विशाल रथों को श्री जगन्नाथ मंदिर के सिंहद्वार से 2.5 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर तक खींचने की प्रक्रिया -- जो रथ यात्रा का एक प्रमुख अनुष्ठान है -- विलंबित कर दी गई थी (आर्काइव्ड लिंक).
अख़बार ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार पर जानबूझकर इस अनुष्ठान में देरी करने का आरोप लगाया ताकि अडानी परिवार इसमें शामिल हो सके.
जवाब में ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने विपक्ष पर "इस मुद्दे का राजनीतिकरण" करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
गांधी अपने भाषण में आगे कहते हैं: "इससे आपको ओडिशा सरकार के बारे में सब कुछ समझ आ जाएगा. ये ओडिशा की सरकार नहीं है. ये आपकी सरकार नहीं है. ये अडानी जैसे पांच-छह अरबपतियों की सरकार है."
"इसका लक्ष्य आपकी ज़मीन, आपका जंगल और आपके भविष्य को चोरी करने का है."
उनकी टिप्पणियों को द इंडियन एक्सप्रेस, द प्रिंट, पीटीआई और टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने भी प्रकाशित किया है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां, यहां और यहां).
एएफ़पी ने राहुल गांधी को निशाना बनाकर की गई अन्य फ़र्ज़ी पोस्ट्स का यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.
