बांग्लादेशी झंडा बेच रहे व्यक्ति की पिटाई का वीडियो भारत नहीं बांग्लादेश से है

बांग्लादेशी झंडे बेच रहे एक वेंडर को बुरी तरह पीटते वर्दीधारी व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये पश्चिम बंगाल में बीएसएफ़ जवान को एक बांग्लादेशी व्यक्ति की पिटाई करते दिखाता है. हालांकि यह क्लिप जून 10, 2025 को ढाका में एक फ़ुटबॉल मैच के दौरान एक सैनिक द्वारा झंडा विक्रेता की पिटाई से जुड़ी बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुई है.

लगभग 12 सेकंड की क्लिप में एक वर्दीधारी व्यक्ति कई सारे झंडे लेकर जा रहे एक वेंडर को पीट रहा है. इसे जून 15 को फ़ेसबुक पर शेयर किया गया. 

पोस्ट का कैप्शन है, "भारत में रहकर शत्रु राष्ट्र पाकिस्तान, बंग्लादेश तथा फिलिस्तीन के ध्वज लगाने वाले प्रत्येक देशद्रोही पर विशेष प्रतिबंधात्मक कारवाई होनी चाहिए साथ ही ये ध्वज बनाने वाले तथा विक्रेताओं पर भी दंडात्मक कारवाई हो पश्चिम बंगाल में बांगलादेशी ध्वज विक्रेता को VIP सेवा देने वाले इस BSF जवान को सादर प्रणाम."

देखें छिपाएं

चेतावनी

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 15 जुलाई 2025, जिसमें एएफ़पी द्वारा लाल X मार्क जोड़ा गया है

हाल ही में भारत सरकार द्वारा सैकड़ों लोगों को बिना सुनवाई के बांग्लादेश भेजे जाने के बाद, यह वीडियो फ़ेसबुक और X पोस्ट्स पर शेयर किया जाने लगा. इस कार्रवाई की कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वकीलों ने आलोचना की और इसे अवैध बताते हुए कहा कि यह जातीय भेदभाव के आधार पर किया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

जबकि सरकार का कहना है कि जिन लोगों को निकाला गया, वे बिना वैध दस्तावेज़ों के रह रहे थे.

ज्ञात हो कि भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका में 2024 में सत्तापलट के बाद से ही रिश्ते तनावपूर्ण हैं.

हालांकि यह वीडियो बांग्लादेश की राजधानी ढाका में फ़िल्माया गया था, भारत में नहीं.

क्लिप के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर यही क्लिप जून 12, 2025 को बांग्लादेशी न्यूज़ पोर्टल ढाका पोस्ट के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिला (आर्काइव्ड लिंक).

बांग्ला भाषा की इस रिपोर्ट की हेडलाइन है, "सेना ने लाठीचार्ज में घायल हुए झंडा विक्रेता को 100,000 बांग्लादेशी टका उपहार में दिए."

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बायें) और ढाका पोस्ट के वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

रिपोर्ट में बताया गया है कि जून 10 को बांग्लादेश और सिंगापुर के बीच एक फ़ुटबॉल मैच के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करते वक़्त एक सैनिक द्वारा झंडा विक्रेता को पीटने के बाद बांग्लादेशी सेना ने उसे मुआवज़ा दिया.

यही वीडियो बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट News1 TV ने भी झंडा विक्रेता को मिले मुआवज़े पर अपनी रिपोर्ट में इस्तेमाल किया था. वहीं, एक अन्य स्थानीय आउटलेट Jugantor ने बताया कि स्टेडियम के गेट पर जब सैनिक बिना टिकट घुसने की कोशिश करने वाले लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे, तभी लाठीचार्ज में झंडा विक्रेता भी पिट गया (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां).

रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि सेना ने इसे "अनजाने में हुई एक घटना" बताया है.

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