
रूस के राष्ट्रगान के दौरान खड़े पुतिन का एक दशक पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल
- प्रकाशित 12 सितम्बर 2025, 08h21
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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फ़ेसबुक पर सितंबर 1, 2025 को शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है: "प्रत्येक भारतीय को रूस के राष्ट्रपति पुतिन का हृदय से सम्मान करना चाहिये. जो भारत का राष्ट्रगान शुरु होते ही सम्मान में न केवल ख़ुद खड़े हो गए बल्कि हॉल में बैठे सभी लोगों को भी खड़े होने का संकेत किया."
वीडियो में पुतिन को खचाखच भरे एक हाल में मंच की ओर जाते और फिर राष्ट्रगान बजने पर रुकते हुए देखा जा सकता है.

हाल ही में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और करीब 20 देशों के नेताओं का तियानजिन में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में स्वागत किया. इसके बाद से ही ऐसे दावे X, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पोस्ट्स पर शेयर किये गये.
यह हाई-सिक्योरिटी बैठक 31 अगस्त से 1 सितंबर तक हुई थी, जिसका उद्देश्य बीजिंग के प्रभाव को बढ़ाना और "बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था" को आगे बढ़ाना था (आर्काइव्ड लिंक).
लेकिन गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि वायरल क्लिप असल में रूसी टीवी चैनल "चैनल वन" की वेबसाइट पर सितंबर 24, 2011 को पोस्ट की गई लंबी फ़ुटेज से ली गई है (आर्काइव्ड लिंक).
टीवी चैनल की फ़ुटेज के 51वें सेकंड से शुरू होने वाले दृश्य गलत दावे के वीडियो से मेल खाते हैं, लेकिन वहां भारत का राष्ट्रगान "जन गण मन" नहीं, बल्कि रूस का राष्ट्रगान बज रहा है.
वीडियो के कैप्शन के मुताबिक, यह क्लिप रूस की सत्तारूढ़ "यूनाइटेड रशिया" पार्टी की एक सभा की है, जहां उस समय राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव और प्रधानमंत्री पुतिन ने भाषण दिए थे.

रूस के राष्ट्रगान पर पुतिन की प्रतिक्रिया वाला यह क्लिप तब से कई बार यूट्यूब पर अपलोड किया जा चुका है (आर्काइव्ड लिंक्स यहां और यहां).
एएफ़पी ने तियानजिन शिखर सम्मेलन से जुड़ी अन्य भ्रामक जानकारियों को भी फ़ैक्ट-चेक किया है.
