गाड़ी पर हमले का यह वीडियो बिहार का नहीं, पश्चिम बंगाल का है

जैस- जैसे नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव नज़दीक आते जा रहे हैं, सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं की बाढ़ आ गयी है. बिहार चुनाव से जोड़ते हुए एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर हो रहा है कि जनता सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाराज़ है और भाजपा नेताओं पर हमले कर रही है. हालांकि, वीडियो वास्तव में पश्चिम बंगाल में हुई एक घटना का है. 

इंस्टाग्राम पर एक यूज़र ने अक्टूबर 11, 2025 को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "देश में हो गई क्रांति शुरू बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू." 

वीडियो के ऊपर लिखा है, "भाजपा के विधायक का स्वागत करते हुए बिहार में, देश में क्रांति होने वाली है." 

पोस्ट में शेयर किये गए क्लिप में लोगों की भीड़ एक गाड़ी पर डंडों और पत्थरों से हमला करते दिखती है और जैसे जैसे गाड़ी आगे बढ़ती है, भीड़ उसका पीछा करती जाती है. 

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गलत दावे की इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिस पर एएफ़पी ने लाल X मार्क लगाया है

वीडियो फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी इसी दावे के साथ खूब शेयर किया गया है.

बिहार चुनाव दो चरणों  में  6 नवंबर और 11 नवंबर को मतदान के बाद 14 नवंबर को परिणाम घोषित होने तक चलेंगे (आर्काइव्ड लिंक).

लगभग 13 करोड़ की जनसंख्या वाला बिहार भारत का सबसे गरीब और तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है. देश की राजनीती के संतुलन के लिए यह एक महत्वपूर्ण चुनावी राज्य माना जाता है.

यह भारत के हिंदी भाषी इलाकों में एकमात्र राज्य है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी ने अब तक अकेले अपने दम पर बहुमत प्राप्त नहीं किया है (आर्काइव्ड लिंक).

चुनाव अभियान के दौरान हर राज्य में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों की घटनाएं सामने आती रही हैं लेकिन बिहार को लेकर 28 अक्टूबर 2025 तक ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें आम जनता ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया हो. 

गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो का एक लंबा वर्ज़न 8 अक्टूबर 2025 को एक फ़ेसबुक पेज पर शेयर किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वायरल हिस्सा फ़ेसबुक रील के 21वें सेकंड पर देखा जा सकता है. 

वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि इस हमले में "भारतीय सैनिकों को भी नहीं छोड़ा गया" और घटना में दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया. साथ ही इसमें Jalpaiguri (जलपाईगुड़ी) का हैशटैग भी शामिल है, जो बिहार के पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल का एक ज़िला है. 

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गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई क्लिप (बाएं) और फ़ेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो की स्क्रीनशॉट तुलना

स्थानीय मीडिया ने वायरल वीडियो से मिलती जुलती कई तस्वीरें प्रकाशित कीं जिनमें लोग बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और नेता शंकर घोष के गाड़ियों के काफ़िले पर हमला करते दिख रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना 6 अक्टूबर को जलपाईगुड़ी के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान हुई थी (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां). 

हमले में मुर्मू के सिर पर गंभीर चोटें आईं, जबकि घोष की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए.  

बीजेपी नेताओं ने इस हमले के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी को ज़िम्मेदार ठहराया, लेकिन तृणमूल ने इन आरोपों से इनकार किया है (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो  में मौजूद संकेतों से पता चलता है कि यह घटना बिहार की नहीं, जलपाईगुड़ी की है. 

हमले में क्षतिग्रस्त गाड़ी पर स्टिकर दिखाई देता है जिसपर बंगाली में लिखा है -- "भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल". वहीं सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिलों पर लिखा कोड "WB 72" जलपाईगुड़ी में पंजीकृत वाहनों का परिवहन कोड है (आर्काइव्ड लिंक). 

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गलत दावे वाले पोस्ट के वीडियो के स्क्रीनशॉट, जिनमें वीडियो को पश्चिम बंगाल में शूट किए जाने के संकेत दिख रहे हैं, उन्हें एएफ़पी द्वारा हाइलाइट किया गया है

एएफ़पी ने पहले भी बिहार चुनाव से जुड़ी भ्रामक सूचनाओं को यहां और यहां फ़ैक्ट चेक किया है. 

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