उत्तर प्रदेश में 'काऊ टूरिज़्म' पर अखिलेश यादव की एडिटेड टिप्पणी गलत दावे से वायरल

  • प्रकाशित 11 नवंबर 2025, 07h36
  • 3 मिनट
  • द्वारा Devesh MISHRA, AFP India

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का एक एडिटेड वीडियो सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने ‘गौमांस सेवन' को बढ़ावा दिया है. भारत के कई राज्यों में गौमांस प्रतिबंधित है. हालांकि सपा नेता के बयान की पूरी रिकॉर्डिंग की जांच से पता चलता है कि यादव उत्तर प्रदेश सरकार की डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देने वाली पर्यटन योजना की बात करते हुए कह रहे थे कि उन्हें सरकार द्वारा "गाय से जुड़े उत्पादों" के सेवन और उनके प्रचार से कोई आपत्ति नहीं है.

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो के उपर लिखा है, "गाय का सेवन करें - अखिलेश यादव इसका सर्वनाश निश्चित है." अक्टूबर 15, 2025 को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किये गए इस वीडियो को बाद में बाद में हटा दिया गया.

वीडियो में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कहते सुनाई देते हैं -- "गाय से जुड़े उत्पादों का सेवन करें" (आर्काइव्ड लिंक).

इसके बाद वे थोड़ी देर रुककर पूछते हैं कि "खाने-पीने" के लिए हिंदी में क्या शब्द होता है, और फिर कहते हैं "हमें कोई आपत्ति नहीं है."

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गलत दावे से शेयर की गई इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिस पर एएफ़पी द्वारा लाल X मार्क अलग से जोड़ा गया है

अखिलेश यादव पर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े राजनेता अक्सर हिंदू आस्थाओं का अपमान करने के आरोप लगाते रहे हैं. मार्च 2025 में भी एक भाजपा प्रवक्ता ने उन पर यह कहते हुए निशाना साधा कि यादव के "गौशालाओं से बदबू आने" वाले बयान हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं (आर्काइव्ड लिंक).

यह वीडियो फे़ेसबुक और X पर इसी तरह के दावों के साथ शेयर किया गया, और कई यूज़र्स को लगा कि यादव कह रहे हैं कि उन्हें लोगों द्वारा गौमांस का सेवन करने से कोई आपत्ति नहीं है.

एक यूज़र ने लिखा, "और गाय से बने अन्य उत्पादों के सेवन का क्या मतलब है? साफ है, इसका मतलब गाय को मारकर खाना है."

दूसरे ने लिखा, "सभी हिंदू सावधानी से सुनें ये व्यक्ति गाय खाने की वकालत कर रहा है, और इसका जवाब उसे चुनावों में देना होगा."

हालांकि, वास्तव में यादव प्रेस कान्फ़्रेंस के दौरान एक पत्रकार के सवाल का जवाब दे रहे थे जो उत्तर प्रदेश सरकार की 'काउ टूरिज़्म' योजना से जुड़ा था.

इस योजना के तहत गौशालाओं को पर्यटनस्थल के रूप में विकसित करने और गाय से संबंधित उत्पादों -- जैसे गोबर, गोमूत्र, दूध और घी -- को बढ़ावा देने की बात शामिल है (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर उसी  कान्फ़्रेंस का लाइव वीडियो हिंदी चैनल  भारत समाचार के X अकाउंट पर 15 अक्टूबर को शेयर किया मिला (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे की इंस्टाग्राम पोस्ट के वीडियो (बायें) और भारत समाचार के वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

वीडियो के 4 मिनट 30 सेकंड पर अखिलेश यादव कहते हैं: "वे गौ-पर्यटन करें, गायों की सेवा करें, उनकी पूजा करें," -- इसके बाद वही हिस्सा आता है जिसे भ्रामक दावे की पोस्ट में शेयर किया गया है.

इसके बाद वे कहते हैं:  "लेकिन कम से कम उत्तर प्रदेश को सांडों से तो बचाइए," यह राज्य में आवारा पशुओं की समस्या की ओर इशारा था.  हाल ही में 13 अक्टूबर को अलीगढ़ में एक आवारा सांड के हमले में दो लोगों की मौत भी हो गई थी (आर्काइव लिंक).

उन्होंने अपने जवाब में या पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गाय खाने की अनुमति का कहीं भी उल्लेख नहीं किया. 

यह प्रेस कान्फ़्रेंस उनकी पार्टी के वेरिफ़ाइड X अकाउंट पर लाइव प्रसारित की गई थी (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी पहले भी भारत में बीफ़ के सेवन से जुड़ी भ्रामक जानकारियों का फ़ैक्ट-चेक कर चुका है.

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