मध्य प्रदेश में फ़िल्माई पुरानी वीडियो को गलत दावे से बिहार इलेक्शन से जोड़ कर शेयर किया गया
- प्रकाशित 11 नवंबर 2025, 09h01
- 2 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, AFP India
बिहार में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने एक वीडियो शेयर कर ये गलत दावा किया कि प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक उम्मीदवार का स्वागत जूतों की माला पहनाकर किया गया. हालांकि, वीडियो असल में 2018 में मध्य प्रदेश में हुई एक घटना का है.
फ़ेसबुक पर 21 अक्टूबर, 2025 को शेयर की गई एक वीडियो का कैप्शन है, "बिहार में जगह-जगह बीजेपी के उम्मीदवारों का जूते चप्पलों की माला से स्वागत हो रहा है. बीजेपी वालों बिहार तो गया तुम्हारे हाथ से अबकी बार इंडिया गठबंधन की सरकार."
सात सेकंड की इस क्लिप में एक व्यक्ति को माला पहने नेतानुमा शख्स के गले में जूतों की माला डालते देखा जा सकता है.
वीडियो -- जिसपर 72,000 से ज़्यादा व्यूज़ हैं -- के ऊपर लिखा है: "भाजपा प्रत्याशी बिहार. जूतों की माला से स्वागत."
पोस्ट में आगे कहा गया है कि बिहार चुनाव विपक्षी गठबंधन द्वारा जीता जाएगा -- जो भारत के तीसरे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य से सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायन्स को सत्ता से बेदखल कर देगा (आर्काइव्ड लिंक).
भारतीय राजनीति में बिहार एक निर्णायक प्रदेश है -- जो देश में एकमात्र ऐसा हिंदी-भाषी राज्य है जहां मोदी की भाजपा ने कभी अकेले शासन नहीं किया है (आर्काइव्ड लिंक).
जूते की माला पहनाए जाने का वीडियो फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स और X पर भी इसी तरह के दावों के साथ सामने आया, और कमेंट्स से पता चलता है कि यूज़र्स ने इसपर विश्वास कर लिया है.
एक यूज़र ने लिखा: "BJP नेताओं की पिटाई जनता नहीं कर रही है मोदी की तानाशाही की निती पिट रही है."
एक अन्य ने कहा, "जनता तो जाग गई है भाई."
हालांकि, यह वीडियो 2018 का है जिसे मध्यप्रदेश में फ़िल्माया गया था.
गलत दावे से शेयर की जा रही वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर भारतीय समाचार एजेंसी ANI द्वारा 20 नवंबर, 2018 को X पर पोस्ट की गई वही क्लिप मिली (आर्काइव्ड लिंक).
पोस्ट में बताया गया है कि वीडियो में एक व्यक्ति 19 नवंबर, 2018 को मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक और चुनावी उम्मीदवार दिलीप सिंह शेखावत को जूतों की माला पहनाकर अभिवादन करता हुआ दिखाई दे रहा है.
यही वीडियो नवंबर 2018 में समाचार चैनलों लाइव हिंदुस्तान और ABP अस्मिता की रिपोर्ट्स में भी प्रकाशित हुआ था (आर्काइव्ड लिंक्स यहां और यहां).
आगे कीवर्ड सर्च करने पर द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें कहा गया था कि यह घटना मध्य प्रदेश के खेड़ावाड़ा गांव में हुई थी, जब शेखावत 2018 में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार कर रहे थे (आर्काइव्ड लिंक).
उस वर्ष हुए चुनावों में उन्हें कांग्रेस पार्टी के दिलीप सिंह गुर्जर ने हरा दिया था (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने पहले भी बिहार चुनावों से जुड़ी गलत दावों को यहां और यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.
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