वेब सीरीज़ के शूटिंग का वीडियो उत्तर प्रदेश में "बढ़ते अपराध" के दावे से वायरल
- प्रकाशित 21 नवंबर 2025, 05h33
- 3 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
कॉपीराइट © एएफ़पी 2017-2025. इस कंटेंट के किसी भी तरह के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए सब्सक्रिप्शन की ज़रूरत पड़ेगी. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2023 में महिलाओं के खिलाफ़ बढ़ते अपराध के मामले सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए हैं. हालांकि सोशल मीडिया पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते हुए शेयर किया गया वीडियो जिसमें एक महिला पुलिस अधिकारी को सड़क पर गोली मारते हुए दिखाया गया है, असल में क्राइम पेट्रोल वेब सीरीज़ के बिहाइंड द सीन फ़ुटेज है.
फ़ेसबुक पर नवंबर 2, 2025 को एक 15 सेकंड का वीडियो शेयर किया गया जिसमें पुलिस की वर्दी पहने एक महिला को कुछ लोग गोली मारते हैं और फिर अफ़रा-तफ़री मच जाती है.
पोस्ट के कैप्शन का एक हिस्सा कहता है, "बरेली यूपी में दिनदहाड़े महिला पुलिसकर्मी को गोली मारी गई. ऐसी घटना अखिलेश जी के शासनकाल में देखने को नहीं मिलता था यकीनन यह रामराज है. यह योगी के राज में ही संभव है."
अक्टूबर में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 2023 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की, जिसके अनुसार हत्या के मामलों की संख्या में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है. इसके बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे उत्तर प्रदेश के बढ़ते अपराध के आंकड़ों को प्रचार के पीछे छिपाने की कोशिश कर रहे हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
भारतीय समाचार आउटलेट न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता ने यादव की आलोचना के जवाब में कहा कि राज्य अपराधियों, खासकर महिलाओं के खिलाफ़ अपराध करने वालों को पकड़ने में भी "नंबर वन" है.
यह वीडियो फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स और X पोस्ट्स में भी शेयर किया गया, जिनमें से कुछ पोस्ट्स में यह दावा किया गया कि घटना उत्तर प्रदेश के एक अन्य शहर, रायबरेली में हुई थी.
पोस्ट पर यूज़र्स के कमेंट्स से पता चलता है कि उन्होंने वीडियो को एक वास्तविक घटना मान लिया है.
एक यूज़र ने लिखा: "महाजंगल राज है यूपी में तो…महिला पुलिस भी सुरक्षित नहीं…सिर्फ़ गोदी मीडिया दिखावा करती है सब सही होने का."
एक अन्य ने कहा, "कितना निर्दय अपराधी हे बेचारी पुलिस को नही छोड़ा."
हालांकि वीडियो एक वेब सीरीज़ की शूटिंग दिखाती है, कोई वास्तविक घटना नहीं.
गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो के की-फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर अक्टूबर 30, 2025 को इंस्टाग्राम पर शेयर की गई वही क्लिप मिली (आर्काइव्ड लिंक).
इसके कैप्शन में "behind the scene, BTS, shooting" जैसे हैशटैग्स का इस्तेमाल किया गया है.
वीडियो पोस्ट करने वाले व्यक्ति अजय गुप्ता, जो एक अभिनेता हैं, ने एएफ़पी को बताया कि उन्होंने यह क्लिप मुंबई में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान रिकॉर्ड की थी.
उन्होंने आगे कहा कि उनके वीडियो का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने के लिए किया गया है.
आगे कीवर्ड सर्च से पता चला कि पर्दे के पीछे की यह क्लिप सितंबर 23, 2025 को "नोवा क्राइम थ्रिलर्स" नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किए गए वीडियो के 4:02 मिनट से मेल खाती है (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो का टाइटल है, "दिन-दहाड़े ठाणे के सामने महिला Constable की गोली मारकर हत्या | Crime Patrol | Full Thriller Episode."
रायबरेली पुलिस ने X पोस्ट में स्पष्ट किया कि गलत दावे से शेयर किया जा रहा वीडियो कोई वास्तविक घटना नही दिखाता, बल्कि एक मूवी/सीरियल की शूटिंग का है और सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी (आर्काइव्ड लिंक).