इज़रायली कमांडो अभियान बताकर शेयर किया गया वीडियो ब्राज़ील मिलिट्री ड्रिल का है
- प्रकाशित 24 नवंबर 2025, 13h04
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
कॉपीराइट © एएफ़पी 2017-2025. इस कंटेंट के किसी भी तरह के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए सब्सक्रिप्शन की ज़रूरत पड़ेगी. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
इज़रायल और हमास के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से चल रहे संघर्षविराम के बीच ब्राज़ील पुलिस के एक रेस्क्यू ड्रिल के पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया गया कि यह इज़रायली कमांडो द्वारा एक "हमास आतंकवादी" को मारने का फ़ुटेज है. हालांकि यह वीडियो जुलाई 2025 से ब्राज़ील के कई न्यूज़ आउटलेट्स द्वारा शेयर किया जा रहा है, जब देश की मिलिट्री पुलिस ने यह सार्वजनिक डेमो किया था.
X पर अक्टूबर 30, 2025 को शेयर किये गये वीडियो का कैप्शन: "निशाना तो देखो, इज़रायली IADN कमांडो ने रस्सृियों से उल्टा लटके हुए प्वाइंट ब्लैंक रेंज पर हमास आतंकवादी को ढेर कर दिया".
वीडियो में दिखता है कि एक नकाबपोश व्यक्ति बालकनी पर एक बंधक के सिर पर बंदूक ताने खड़ा है. उसके ऊपर मौजूद सैनिक इमारत से रस्सी के सहारे नीचे उतरते हैं और हमलावर को मारकर बंधक को बचाते हैं.
इज़रायल और हमास के बीच दो साल से अधिक चले युद्ध के बाद संघर्षविराम लागू हुआ है; वीडियो इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. यह युद्ध अक्टूबर 7, 2023 को हमास के हमले से शुरू हुआ था जिसमें 1,221 लोगों की मौत हुई थी (आर्काइव्ड लिंक).
गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र भी ठीक मानता है, के अनुसार इज़रायल की जवाबी कार्रवाई में गाज़ा में अब तक कम से कम 69,513 लोगों की मौत हो चुकी है.
10 अक्टूबर से संघर्षविराम बीच-बीच में झड़पों के बावजूद अभी जारी है.
यह वीडियो फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया गया है.
पोस्ट पर एक यूज़र ने लिखा, "जिहादियों के लिए यही सही सज़ा है."
एक अन्य यूज़र ने कमेंट किया: "भारतीय सेना को इज़रायली कमांडोज़ से सीखना चाहिए."
लेकिन यह वीडियो वास्तव में ब्राज़ील पुलिस द्वारा किए गए एक होस्टेज रेस्क्यू ड्रिल का है.
गूगल पर वीडियो के की-फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि यह ब्राज़ील के समाचार आउटलेट O Popular Net द्वारा 8 जुलाई को फ़ेसबुक पर शेयर किए गए फ़ुटेज से मेल खाता है (आर्काइव्ड लिंक).
पोस्ट के पुर्तगाली भाषा के कैप्शन में लिखा है: "मिनस गेरैस की मिलिट्री पुलिस (PMMG) की स्पेशल पुलिस ऑपरेशंस बटालियन (BOPE) ने PMMG अकादमी, बेलो होरिज़ोंटे में आयोजित एक स्मारक दौड़ के दौरान होस्टेज रेस्क्यू के सिमुलेशन से दर्शकों को रोमांचित कर दिया. यह एलीट टीम हमेशा सबसे कठिन परिस्थितियों में भी लोगों की जान बचाने के लिए तैयार रहती है."
पोस्ट में यह भी कहा गया कि PMMG द्वारा जारी इस वीडियो को देखकर कुछ इंटरनेट यूज़र्स इसे वास्तविक घटना समझ बैठे.
इस फ़ुटेज को एक स्थानीय मीडिया आउटलेट ने भी अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया है जिसके अनुसार यह एक रेस्क्यू सिमुलेशन था (आर्काइव्ड लिंक).
इसके अलावा, यह वीडियो बेलो होरिज़ोंटे में PMMG अकादमी की गूगल मैप्स की इमेजरी से मेल खाती है (आर्काइव्ड लिंक).
बिल्कुल मिलते जुलते दृश्य PMMG के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर 9 जुलाई को एक लंबी वीडियो के हिस्से के रूप में भी शेयर किए गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).
मिलिट्री पुलिस ने AFP को 18 नवंबर को बताया कि BOPE ने 6 जुलाई को वर्षगांठ समारोह में यह प्रदर्शन किया था.
एएफ़पी ने पहले भी ऐसे गलत दावों को खारिज किया है, जिसमें ड्रिल के फ़ुटेज को गलत दावे से शेयर किया गया था.