यह वीडियो पाकिस्तान के एक मौलवी का हैं, तालिबान का नहीं

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  • प्रकाशित 7 अक्टूबर 2021, 09h36
  • 2 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
एक वीडियो हज़ारों बार देखा जा चुका है जिसमें एक व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को ताकतवर बता रहा है. इसे शेयर करते हुए कहा गया कि यह शख़्स तालिबानी है. यह दावा ग़लत है: यह वीडियो कम से कम 2019 से शेयर किया जा रहा है जिसमें पाकिस्तान के एक मौलवी BJP और RSS की उत्पत्ति के बारे में बता रहे हैं.

फ़ेसबुक पर 12 सितम्बर, 2021 को शेयर किये गए वीडियो के साथ कैप्शन लिखा गया, “तालिबान ने यह स्वीकार किया कि भारत में RSS और BJP ज्यादा ताकतवर है जब भारत में BJP रहेगी कोई देश हमला नही कर सकता अगर भारत पर हमला करना हैं तौ पहले Bjp हटाओ इस विडियो को देखिए कि तालिबान के मुख्य सचिव ने क्या कहा.”

ये वीडियो 11 मिनट 23 सेकंड का है.

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

बता दें कि तालिबान को हटाए जाने के बाद अफ़ग़ानिस्तान में बनी सरकार का भारत ने समर्थन किया था जिसके बाद से तालिबान ने भारत को अपना दुश्मन मान लिया था.

हाल ही में तालिबान ने अगस्त 2021 में अफ़ग़ानिस्तान पर दोबारा कब्ज़ा कर लिया जिसके बाद से यह वीडियो शेयर किया जा रहा है.

यही वीडियो ऐसे ही दावों के साथ फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया. कई लोगों ने वीडियो के अलग-अलग हिस्से क्लिप करके शेयर किये हैं. इसे अंग्रेजी कैप्शन में भी यहां और यहां शेयर किया गया.

लेकिन यह दावा ग़लत है.

इस वीडियो कीफ्रेम्स का गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर यूट्यूब वीडिये मिला जिसे 3 अगस्त, 2021 को अपलोड किया गया था.

इसे पाकिस्तान के मौलवी खालिद महमूद अब्बासी के यूट्यूब चैनल से पोस्ट किया गया था.

इसका टाइटल है, “ हालात ख़राब होते हुए.”

वीडियो में ऊपर में उर्दू में लिखे टेक्स्ट का मतलब है, “कट्टरपंथी हिन्दुओं का असल मकसद क्या है?”

वीडियो में 1 मार्च, 2019 की तारीख़ भी नज़र आ रही है.

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यूट्यूब वीडियो का स्क्रीनशॉट

मौलवी खालिद महमूद अब्बासी को इस वीडियो में BJP और RSS के अस्तित्व में आने पर बात करते हुए सुना जा सकता है.

वो BJP नेता और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “घोषित आतंकी” और RSS को “आंशिक तौर से आतंकी मोर्चा” बता रहे हैं.

अब्बासी के फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक वो पाकिस्तान के एक इस्लामिक स्कॉलर हैं और वर्तमान में इस्लामिक संगठन शुब्बान उल मुस्लिमीन के मुखिया हैं.

वह तालिबान से नहीं जुड़े हैं.

AFP की 28 अगस्त की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान का मुखिया हिबातुल्लाह है.

AFP ने पिछले कुछ समय में ऐसे कई पोस्ट्स का फ़ैक्ट चेक किया है जिनमें अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के सत्ता में वापिस आने के बाद फ़र्ज़ी दावे किये गए हैं.

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