जापान में भूस्खलन का पुराना वीडियो इटली के गलत दावे से शेयर किया गया

जापान के एक शहर में हुए भूस्खलन का कई साल पुराना वीडियो फ़ुटेज सोशल मीडिया पोस्ट में सैकड़ों बार इस गलत दावे से शेयर किया गया है कि यह दक्षिणी इटली समेत मध्य यूरोप में आये बोरिस तूफ़ान  के कारण शहर में मची तबाही को दिखाता है. ज्ञात हो कि सितंबर महीने में आये बोरिस तूफ़ान की वजह से पूरे मध्य यूरोप में अब तक लगभग 24 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन यह वीडियो जुलाई 2021 में जापान के अटामी शहर में फ़िल्माया गया था.

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 21 सितंबर 2024 को शेयर किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "आज इटली का देखिए जल प्रलय प्रकृति जब क्रोधित होती है तब किसी को भी नहीं छोड़ती."

लगभग 21-सेकंड की इस क्लिप में बड़ी मात्रा में तेजी से मिट्टी और मलबे का एक हिस्सा पहाड़ी से नीचे गिरता हुआ, बिजली की लाइनों को तोड़ते हुए वाहनों और घरों को अपनी चपेट में लेता हुआ दिखाई दे रहा है.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट

मध्य सितंबर में यूरोप के कई शहरों में तूफ़ान बोरिस का कहर देखने को मिला और इटली के एमिलिया-रोमाना क्षेत्र में कई कस्बों में पानी भर जाने के बाद हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

कई शहरों में बाढ़ के बाद लोगों के लापता होने की भी खबरें हैं. बोरिस तूफ़ान से इटली के बोलोना और मोडेना शहर बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं.

वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया है. 

हालांकि दावा गलत है. वीडियो को 2021 में जापान में फ़िल्माया गया था. 

एएफ़पी ने पहले भी इसी फ़ुटेज के साथ शेयर किये गये अन्य गलत दावों को यहां और यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

जापान का वीडियो

वीडियो से कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर जापानी अख़बार संकेई न्यूज़ द्वारा 3 जुलाई, 2021 को यूट्यूब पर पोस्ट की गई एक वीडियो रिपोर्ट मिली जिसमें गलत दावे की पोस्ट के वीडियो को भी शामिल किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

रिपोर्ट में पहली क्लिप गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई फ़ुटेज का एक लंबा संस्करण है जिसका क्रेडिट वायर एजेंसी आईप्रेस को दिया गया है.

नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और संकेई न्यूज़ के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना है.

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और संकेई न्यूज़ के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना

वीडियो के कैप्शन के अनुसार यह 3 जुलाई, 2021 को जापान के शिज़ुओका प्रान्त के एक शहर अतामी के इज़ुसन इलाके में हुए भूस्खलन को दिखाता है.

एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार कई दिनों की भारी बारिश के बाद शहर के एक हिस्से में भारी मात्रा में मिट्टी का मलबा बह आया था (आर्काइव्ड लिंक).

खबरों के अनुसार टोक्यो से लगभग 90 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस शहर में भूस्खलन से पहले 48 घंटों में 313 मिलीमीटर बारिश हुई थी जो कि जुलाई के औसत मासिक कुल 242.5 मिलीमीटर से ज़्यादा थी.

इस विनाशकारी भूस्खलन में 27 लोगों की मौत हो गई थी.

एएफ़पी ने गूगल स्ट्रीट व्यू इमेजरी में भी उसी लाल-भूरे रंग की इमारत को जियोलोकेट किया है (आर्काइव्ड लिंक).

नीचे गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और गूगल स्ट्रीट व्यू में देखी गई इमारत (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच तुलना है, जिसमें एएफ़पी द्वारा  संबंधित तत्वों को हाइलाइट किया गया है.

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गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और गूगल स्ट्रीट व्यू में देखी गई इमारत (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच तुलना है, जिसमें एएफ़पी द्वारा  संबंधित तत्वों को हाइलाइट किया गया है

एएफ़पी ने बाढ़ से संबंधित अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

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