बुज़ुर्ग साधु का पुराना वीडियो गलत दावे से कुंभ मेले से जोड़कर शेयर किया गया
- प्रकाशित 5 फरवरी 2025, 12h41
- 3 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
कॉपीराइट © एएफ़पी 2017-2025. इस कंटेंट के किसी भी तरह के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए सब्सक्रिप्शन की ज़रूरत पड़ेगी. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फ़ेसबुक पर 25 जनवरी 2025 को वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, "प्रयाग राज के कुंभ मेला मे एक से एक दिव्य पुरुषों का दर्शन, 154 वर्षीय सन्त। जय हो सनातन धर्म की."
वीडियो पर लिखा है: "154 वर्ष के संत."
धार्मिक आस्था का सहस्राब्दी पुराना महाकुंभ उत्सव हर 12 साल में प्रयागराज में उस स्थान पर आयोजित किया जाता है जहां गंगा, यमुना और और पुराणों में उल्लिखित सरस्वती नदियों का संगम होता है (आर्काइव्ड लिंक).
इसी वीडियो को X और इंस्टाग्राम पर समान दावों के साथ शेयर किया गया है.
हालांकि बुज़ुर्ग व्यक्ति का वीडियो कुंभ मेले के दौरान नहीं फ़िल्माया गया था, जैसा कि गलत पोस्ट में दावा किया गया है.
पुरानी वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से पता चला कि इसे यूट्यूब पर 13 सितंबर, 2024 को "विकेन कुशवाह ऑफ़िशियल" नाम के चैनल द्वारा पोस्ट किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
यूट्यूब वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "पता नहीं किस रूप में नारायण मिलजायेगे."
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है:
एएफ़पी ने यूट्यूब चैनल के मालिक विकेन कुशवाह से संपर्क किया, जिन्होंने साधु की पहचान सियाराम बाबा के रूप में की (आर्काइव्ड लिंक).
कुशवाह ने अपने यूट्यूब चैनल, जिसके 14 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, पर सियाराम बाबा से जुड़ी हज़ारो वीडियो शेयर की हैं. वो खुद को सियाराम बाबा का भक्त बताते हैं.
कुशवाह का कहना है कि उन्होंने मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित सियाराम बाबा के आश्रम में ये वीडियो रिकॉर्ड किया था.
एएफ़पी ने वीडियो के स्थान की पुष्टि के लिए क्लिप में दिख रहे मंदिर की तुलना गूगल मैप्स पर जियोटैग की गई आश्रम की तस्वीर से की (आर्काइव्ड लिंक).
हालांकि एएफ़पी स्वतंत्र रूप से सियाराम बाबा की उम्र को सत्यापित करने में सक्षम नहीं है, लेकिन टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार 11 दिसंबर, 2024 को 94 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई थी (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने कुंभ मेले के बारे में अन्य गलत दावों को यहां और यहां फ़ैक्ट चेक किया है.