खेतों से गुज़रते हाथियों के झुंड का ये फ़ुटेज भारत से नहीं श्रीलंका से है

तेलंगाना सरकार द्वारा जंगल की कटाई के फैसले के खिलाफ़ हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने हाल ही में जम कर विरोध किया, जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर वन्य जीवों से जुड़ी कई वीडियो शेयर किए गए हैं. इसी बीच हाथियों के एक झुंड को खेतों से गुज़रता दिखाता फ़ुटेज इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया कि यह "सरकार द्वारा जानवरों के घर को ध्वस्त करने के बाद" का वीडियो है. हालांकि वीडियो असल में श्रीलंका में फ़िल्माया गया था.

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने 7 अप्रैल, 2025 को वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "सरकार द्वारा आशियाना उजाड़ने के बाद... हैदराबाद में पूरी हाथी की फैमिली निकल पड़ी इतना नया आशियाना की तलाश में !"

वीडियो में हाथियों के एक बड़े झुंड को सड़क से दो भागों में बंटे खेत को पार करते हुए देखा जा सकता है.

वीडियो पर लिखा है, "बेजुबानों का घर छीन लिया यकीन मानो एक दिन तुम्हें बहुत भुगतना पड़ेगा. हैदराबाद में पूरी हाथी फैमिली निकल पड़ी."

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 24 अप्रैल 2025

वीडियो को X और इंस्टाग्राम पर इसी तरह के दावों के साथ तब शेयर किया गया जब तेलंगाना सरकार ने IT पार्क बनाने के लिए कांचा गाचीबोवली -- हैदराबाद विश्वविद्यालय की सीमा से लगे 400 एकड़ वन भूमि -- के कुछ हिस्से को क्लियर करना शुरू किया (आर्काइव्ड लिंक).

पुलिस ने 30 मार्च को विरोध कर रहे कम से कम 50 छात्रों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया. मीडियाआउटलेट NDTV ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 3 अप्रैल को पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने का आदेश जारी किया, और आगे की सुनवाई इस महीने के अंत में होगी (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

इस बीच तेलंगाना टुडे में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि आस-पास के जंगल को साफ़ करने के बाद के सप्ताह में विश्वविद्यालय परिसर में कम से कम तीन हिरण मृत पाए गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).

लेकिन हाथियों का फ़ुटेज भारत में नहीं, बल्कि श्रीलंका में  फ़िल्माया गया था.

'श्रीलंका' का वीडियो

वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 20 फ़रवरी, 2025 को एक X पोस्ट में शेयर किए गए फ़ुटेज का एक लंबा संस्करण मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो का शीर्षक है, "जब धान की कटाई खत्म हो गई. हाथियों की भीड़ धान के खेत में आ गई." इसमें श्रीलंका से जुड़े हैशटैग, "मालवत्ता" और "अंबारा" शामिल थे, जिससे पता चलता है कि फ़ुटेज भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में शूट किया गया था.

मालवत्ता श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के अम्पारा ज़िले में स्थित एक गांव है (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे की पोस्ट में वीडियो (बाएं) और X पर शेयर किए गए वीडियो की स्क्रीनशॉट तुलना

गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर श्रीलंकाई मीडिया आउटलेट द संडे टाइम्स में 23 फ़रवरी को प्रकाशित एक रिपोर्ट में ऐसी ही तस्वीरें मिलीं (आर्काइव्ड लिंक).

रिपोर्ट में कहा गया है कि हाथियों को अम्पारा-कलमुनई मुख्य सड़क पार करके खेती वाले क्षेत्रों की ओर जाते हुए देखा गया है.

गलत दावे की पोस्ट में इस्तेमाल की गई वीडियो श्रीलंका के अम्पारा ज़िले के सामन्थुराई इलाके की गूगल स्ट्रीट व्यू इमेजरी से मेल खाती है (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे की पोस्ट में इस्तेमाल किए गए फ़ुटेज (बाएं) और गूगल मैप्स पर दिखने वाली संबंधित विशेषताओं (दाएं) की स्क्रीनशॉट तुलना, एएफ़पी द्वारा हाइलाइटेड

हैदराबाद में जंगली हाथियों का आम तौर पर निवास नहीं है, हालांकि अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल 2024 में पड़ोसी महाराष्ट्र राज्य से आये एक जंगली हाथी ने तेलंगाना के एक अन्य ज़िले में एक किसान को कुचलकर मार डाला था (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने जंगल की कटाई की घटना से जुड़े अन्य दावों को यहां और यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

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