लौंग का भाप लेने से कोविड-19 ठीक नहीं होता: मेडिकल विशेषज्ञ

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  • प्रकाशित 22 जुलाई 2021, 12h01
  • अपडेटेड 26 जुलाई 2021, 08h58
  • 3 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
फ़ेसबुक, यूट्यूब और टिकटॉक पर एक वीडियो हज़ारों बार देखा जा चुका है जिसमें दावा किया जा रहा है कि लौंग का भाप लेने से कोविड-19 ठीक हो जाता है. ये दावा ग़लत है. मेडिकल विशेषज्ञ ने AFP को बताया कि इस बात का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि लौंग का भाप लेने से कोविड-19 का इलाज संभव है.

ये वीडियो फ़ेसबुक पर 15 मई, 2021 को यहां शेयर किया गया जिसे 5,300 से ज़्यादा बार देखा गया. ये दावा और भी कई क्लिप्स के साथ शेयर किया गया है जिसमें लोग बता रहे हैं कि लौंग को उबालकर कैसे उसका भाप लेना है. ऐसे वीडियो आप यहां और यहां देख सकते हैं. कई ऐसे वीडियो भी वायरल है जिसमे पुलिसकर्मी लौंग का भाप लेते दिख रहे है. यह वीडियो आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पहली वीडियो में कुछ लोग गैस पर चढ़े एक प्रेशर कूकर से जुड़ी पाइप के ज़रिये भाप लेते दिख रहे हैं.

पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा है, “लौंग के भाप से कोविड-19 का इलाज. भारत में कोरोना के मामले अचानक कम होने लगे हैं. वो इसी तरह लौंग का भाप लेते है.” वीडियो पर भी एक टेक्स्ट लिखा आता है जो कहता है, “लौंग का भाप.”

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट ( AFP / )

लौंग तेज़ खुशबू वाला एक मसाला है जिसे एशियाई देशों में मुख्यतः खाने में स्वाद और चिकित्सीय प्रभावों के लिए प्रयोग किया जाता है.

ये वीडियो फ़ेसबुक पर यहां और यहां, टिकटॉक पर यहां और यूट्यूब पर यहां, ऐसे ही दावों के साथ शेयर किए जाने के बाद 2,400 से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

ये दावा ग़लत है.

AFP ने 11 जुलाई, 2021 को मलेशिया के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य सलाहकार डॉक्टर जमीला महमूद से बात की. उन्होंने हमें बताया इस बात का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि ये कोरोना का इलाज करता है लेकिन आमतौर पर मेंथॉल और लॉन्ग के भाप लेने से ज़ुकाम में राहत मिलती है और मरीज़ों को अच्छा महसूस होता है. हालांकि यह बस थोड़ी देर के लिए ही होता है.

मलायशियाई संसद की विज्ञान पर बनाई गई विशेष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर केल्विन यी ने भी 11 जुलाई, 2021 को AFP से कहा कि शेयर किया जा रहा दावा निराधार है.

उन्होंने कहा, "इस बीमारी से ज्यादा तेजी से फैलने वाली चीज़ों में इसके बारे में गलत सूचनाएं है क्योंकि लोगों के अंदर बैठा असुरक्षा और डर का भाव उन्हें ऐसे अलग-अलग उपाय अपनाने पर मजबूर कर रहा है जिनका कोई मेडिकल आधार नहीं है."

भ्रामक वीडियो

इस वीडियो के एक फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करने पर मालूम पड़ता है कि इसके बारे में कम से कम सितंबर 2020 से यहां और यहां रिपोर्ट्स किए जा रहे हैं और पश्चिमी भारत में स्थित पुणे में एक स्टीम बार खुलने की बात बताई जा रही है.

भारत में कोविड-19 महामारी के दौरान बीमारी से बचाने के लिए ऐसे ही कई उपाय किए जाने की ख़बरें आईं जिन्हें आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैरीलैंड अपर चेज़ापीक हेल्थ में संक्रामक बीमारी विभाग के चीफ़, डॉक्टर फ़हीम यूनुस ने 23 सितंबर, 2020 को एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "डर को व्यापार ना बनने दें. यह पूरी तरह बेकार है."

AFP ने स्टीम से कोविड-19 ठीक होने वाले ऐसे ही दावों का पहले भी फ़ैक्ट-चेक किया है जिन्हें आप यहां और यहां देख सकते हैं.

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