अरविंद केजरीवाल की 2019 की ये तस्वीर कोविड-19 महामारी से पहले की है

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  • प्रकाशित 21 जनवरी 2022, 09h23
  • अपडेटेड 21 जनवरी 2022, 09h33
  • 4 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
  • अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
एक विद्यार्थी को मास्क पहनाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक तस्वीर सैंकड़ों लोग ट्विटर और फ़ेसबुक पर ये कहते हुए शेयर कर रहे हैं कि उन्होंने खुद मास्क नहीं पहना लेकिन दूसरों को मास्क पहनने की हिदायत दे रहे हैं. तस्वीर को कोविड-19 और पंजाब चुनाव से जोड़ा जा रहा है. लेकिन ये दावे ग़लत हैं; ये तस्वीर नवंबर 2019 की है और मुख्यमंत्री वायु प्रदुषण से बचाव के लिए विद्यार्थी को मास्क पहना रहे थे. भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला जनवरी 2020 में आया था.

ये तस्वीर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव गोयल ने यहां 3 जनवरी, 2022 को शेयर की.

इसके साथ ही उन्होंने लिखा, "तीन बुद्धिमान लोग बिना मास्क के एक बच्चे को समझा रहे हैं कि मास्क कैसे पहना जाता है."

तस्वीर में अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया एक बच्चे को मास्क पहना रहे हैं.

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

उनके इस पोस्ट पर कई लोगों ने केजरीवाल को पंजाब चुनाव के दौरान कोविड-19 को बढ़ावा देने और संक्रमण फ़ैलाने का आरोप लगाया.

एक यूज़र ने लिखा, "अरविंद केजरीवाल बिना मास्क के पंजाब मे रैली कर रहे थे. आज शायद दुबारा इसलिए ही कोरोना संक्रमित हो गये हैं. क्योंकि दूसरों को सलाह देना तो आसान है लेकिन खुद को भी अमल करना चाहिये. बिना मास्क के पंजाब मे रैली करना एक खतरनाक कदम था.”

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कॉमेंट का स्क्रीनशॉट

एक अन्य यूज़र ने लिखा, "उसमे से एक "बुद्धिजीवी" आज कोरोना की लपेट में आ गए...!! उनके स्वस्थ होने की कामनाये."

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कॉमेंट का स्क्रीनशॉट

बता दें कि फ़रवरी 2022 से मार्च 2022 के बीच देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमें पंजाब भी शामिल है और आम आदमी पार्टी ने पंजाब में मुख्यमंत्री कैंडिडेट की घोषणा भी कर दी है.

उन्होंने 4 जनवरी को जानकारी दी कि वे कोविड संक्रमित हो गए हैं. इसके बाद उनके द्वारा माहमारी के समय रैली करने और संक्रमण फ़ैलाने को लेकर आलोचना की गयी. मुख्यमंत्री ने 9 जनवरी को बताया की वो संक्रमण से उबर चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं.

उनकी बच्चे के साथ ये तस्वीर फ़ेसबुक पर हाल में यहां, यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां, यहां और यहां शेयर की गयी.

लेकिन ये दावे ग़लत हैं. ये तस्वीर कोरोना महामारी से पहले की है.

इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये इंडिया टुडे के 1 नवंबर, 2019 के आर्टिकल में यहां मिली. इस रिपोर्ट में राजधानी में वायु प्रदुषण की स्थिति गंभीर होने को लेकर बात की गयी है.

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इंडिया टुडे की रिपोर्ट में छपी तस्वीर

रिपोर्ट में तस्वीर का क्रेडिट पीटीआई को दिया गया है और कैप्शन में लिखा है, "अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को (1 नवंबर, 2019) दिल्ली के एक स्कूल में विद्यार्थियों को प्रदुषण मास्क बांटे."

नीचे वायरल तस्वीर (दाएं) और इंडिया टुडे द्वारा छापी गयी तस्वीर (बाएं) की तुलना की गयी है.

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वायरल तस्वीर (दाएं) और इंडिया टुडे द्वारा छापी गयी तस्वीर (बाएं) की तुलना

यही तस्वीर उस दिन अन्य मीडिया आउटलेट्स ने भी वायु प्रदुषण पर रिपोर्ट में प्रकाशित किया और बताया कि सरकार ने बच्चों को मास्क बांटे हैं.

ANI ने भी इस मौके का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर 1 नवंबर, 2022 को यहां अपलोड किया था. इसका टाइटल है, "दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने स्कूल के बच्चों को मास्क बांटे."

भारत में कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी, 2020 को सामने आया था.

ये तस्वीर भी 2021 में भी भ्रामक दावे के साथ वायरल हुई थी. AFP ने तब भी इसका अंग्रेज़ी में फ़ैक्ट-चेक किया था.

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