राहुल गांधी ने उदयपुर घटना के आरोपियों को माफ़ कर देने की बात कही?

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  • प्रकाशित 11 जुलाई 2022, 09h05
  • 3 मिनट
  • द्वारा Uzair RIZVI, एफप भारत
फ़ेसबुक पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया है कि वो उदयपुर में एक हिन्दू दर्ज़ी की हत्या के आरोपी दो मुस्लिम युवकों को 'बच्चा' बताते हुए उन्हें माफ़ करने की बात कर रहे हैं. आपको बता दें कि राहुल गांधी वीडियो में उन छात्रों की बात कर रहे हैं जिन्होंने केरला स्थित उनके कार्यालय में तोड़-फोड़ मचाई थी, ना कि हत्या के आरोपियों की. AFP को गाँधी का ऐसा कोई बयान नहीं मिला जिसमें उन्होंने आरोपियों का बचाव किया हो.

एक यूज़र ने 2 जुलाई को फ़ेसबुक पर राहुल गांधी का वीडियो पोस्ट किया जिसमें वो कहते सुनाई दे रहे हैं, "मेरा उनके प्रति कोई गुस्सा या नफ़रत नहीं है. उन्होंने एक बचकाना काम किया है, और हमें इसे यहीं खत्म करना चाहिए. "

"वो बच्चे हैं और मुझे नहीं लगता कि वो इसका अंजाम समझते हैं, इसलिए मुझे लगता है हमें उन्हें माफ़ कर देना चाहिए."

ये वीडियो उदयपुर में एक हिन्दू दर्ज़ी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के बाद से सोशल मीडिया पर शेयर किया जाने लगा. कन्हैया लाल ने पैगम्बर मोहम्मद के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देने वाली पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर समर्थन किया था, जिसके बाद दो मुस्लिम व्यक्तियों ने उदयपुर में उसकी हत्या कर दी.

इसके बाद दोनों आरोपियों को मौत की सज़ा देने की मांग करते हुए पूरे उदयपुर शहर में विरोध प्रदर्शन किये गए.

यूज़र ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "राहुल गांधी उदयपुर के आतंकी पंचरवालों को बचकानी हरकत करने वाले बच्चे बता रहे है. कांग्रेस कैंसर है."

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भ्रामक पोस्ट का 5 जुलाई, 2022 को लिया गया स्क्रीनशॉट

ऐसे ही पोस्ट फ़ेसबुक पर यहां और यहां किये गए.

हालांकि ये बयान राहुल गाँधी ने उदयपुर घटना के आरोपियों के बारे नहीं बल्कि केरला स्थित अपने कार्यालय में तोड़फोड़ करने वालों को लेकर दिया था.

वीडियो के साथ किया दावा फ़र्ज़ी है

यूट्यूब पर इसी मौके का पूरा वीडियो न्यूज़ 18, केरला ने 2 जुलाई को पोस्ट किया था जिसका टाइटल है, "राहुल गांधी के कार्यालय पर हमला: "मैं ऐसा करने पर गुस्सा नहीं हूं," राहुल गांधी ने कहा."

केरला के वायनाड स्थित राहुल गांधी के कार्यालय पर 24 जून को किये गए तोड़फोड़ को कई संस्थानों ने रिपोर्ट किया था जिसमें द इंडियन एक्सप्रेस और द हिंदुस्तान टाइम्स भी शामिल है.

इस हमले पर बयान देने से पहले राहुल गांधी 1 मिनट 14 सेकंड पर कहते हैं, “ये मेरा कार्यालय है, लेकिन ये मेरा कार्यालय होने से पहले वायनाड के लोगों का कार्यालय है.”

“लेकिन जिन बच्चों ने ये किया, मेरा मतलब है वो भी बच्चे हैं, ये सही नहीं है. ये सही काम नहीं है, लेकिन उन्होंने गैरज़िम्मेदाराना हरकत की है."

"मैं उनसे गुस्सा नहीं हूँ न नफ़रत है उनसे. उन्होंने बचकानी हरकत की है और हमें इसे यहीं ख़त्म करना चाहिए. वो बच्चे हैं और मुझे नहीं लगता कि वो इसका अंजाम समझते हैं, इसलिए मुझे लगता है हमें उन्हें माफ़ कर देना चाहिए."

यहां कहीं भी राहुल गांधी ने उदयपुर घटना के आरोपियों का नाम नहीं लिया है.

नीचे वायरल वीडियो (बाएं) और न्यूज़ 18 केरला के वीडियो के स्क्रीनशॉट (दाएं) के बीच तुलना देख सकते हैं.

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वायरल वीडियो (बाएं) और न्यूज़ 18 केरल के वीडियो के स्क्रीनशॉट  (दाएं) के बीच तुलना

ज़ी न्यूज़ की चूक और पत्रकार की माफ़ी

इस वायरल वीडियो में ज़ी न्यूज़ का लोगो नज़र आ रहा है. चैनल के ऐंकर रोहित रंजन ने ये भ्रामक ख़बर दिखाने के लिये 2 जुलाई को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से माफ़ी मांगी.

उन्होंने लिखा, “कल हमारे शो DNA में राहुल गांधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़ कर ग़लत संदर्भ में चल गया था, ये एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी हैं, हम इसके लिए खेद जताते हैं.”

राहुल गांधी ने 28 जून को ट्वीट करते हुए उदयपुर की घटना की निंदा की थी.

AFP को ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें राहुल गांधी ने आरोपियों का ज़िक्र किया हो.

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