अमेरिका में आयोजित 'नो किंग्स' विरोध प्रदर्शन का क्लिप गलत दावे से शेयर किया गया

सोशल मीडिया पर शेयर किये गए एक वीडियो के साथ ये गलत दावा किया जा रहा है कि यह अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद अमेरिकी नागरिकों द्वारा युद्ध-विरोधी प्रदर्शन दिखाता है. जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा जून 21, 2025 को हमले की घोषणा के बाद अमेरिका में कुछ प्रदर्शन हुए थे मगर वायरल फ़ुटेज एक सप्ताह पहले कैलिफ़ोर्निया के सैन डिएगो में ट्रम्प की नीतियों का विरोध करने के लिए आयोजित कई "नो किंग्स" रैलियों में से एक में फ़िल्माया गया था.

X पर जून 22, 2025 को  शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है, "अमेरिका द्वारा ईरान पर हमला किए जाने के बाद पूरे अमेरिका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, अमेरिकी आवाम सड़कों पर है. प्रदर्शनकारी एक स्वर में नारे लगा रहे थे: ट्रम्प को जाना चाहिए - हमारे नाम पर कोई युद्ध नहीं."

गलत दावे की पोस्ट के वीडियो में समुद्र से लगे क्षेत्र में लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है.

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गलत दावे की पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 25 जून, 2025, जिस पर एएफ़पी द्वारा एक लाल X साइन जोड़ा गया है

इसी तरह के पोस्ट फ़ेसबुक, X, और इंस्टाग्राम पर भी स्पेनिश, जर्मन, फ़्रेंच  और अरबी भाषाओं में शेयर शेयर किये गए.

वीडियो ऐसे समय पर शेयर किया गया जब ट्रम्प ने जून 21 को कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर एक "बहुत सफल हमला" किया है -- जिसमें फोर्डो भूमिगत यूरेनियम संवर्धन केंद्र भी शामिल है (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां) .

ईरान और इज़रायल के बीच चल रहा संघर्ष जून 23 को ट्रम्प द्वारा घोषित युद्धविराम के बाद थमा.

रिपोर्ट्स के अनुसार, जून 22 को ट्रंप प्रशासन के हवाई हमलों के विरोध में अमेरिका के कई शहरों में युद्ध-विरोधी प्रदर्शन हुए. इनमें सैन डिएगो भी शामिल था, जहां स्थानीय समाचार चैनलों ने बताया कि दर्जनों लोग बमबारी के खिलाफ़ रैली करने के लिए इकट्ठा हुए थे (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

हालांकि सोशल मीडिया पर शेयर की गई वीडियो का ईरान-इज़रायल संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.

गलत दावे की वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से पता चला कि यही फ़ुटेज इंस्टाग्राम पर जून 14 को शेयर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट  के कैप्शन से पता चलता है कि इसे सैन डिएगो में आयोजित कथित "नो किंग्स" विरोध प्रदर्शन के दौरान फ़िल्माया गया था; राष्ट्रपति ट्रम्प की विभिन्न नीतियों की निंदा करते हुए इसी तरह के प्रदर्शन पूरे अमेरिका के कई शहरों में आयोजित किए गए थे (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट करने वाले यूज़र से संपर्क किया, लेकिन कोई ज़वाब नहीं मिला.

क्लिप की जियोलोकेशन से कंफ़र्म होता है कि फ़ुटेज सैन डिएगो के डाउनटाउन ऐश स्ट्रीट पर वाटरफ़्रंट पार्क के पास स्थित सविना कॉन्डोमिनियम कॉम्प्लेक्स की है.

गूगल स्ट्रीट व्यू इमेजरी, गूगल अर्थ सैटेलाइट इमेजरी और गूगल रिव्यूज़ की तस्वीरें वही आस-पास की इमारतें दिखाती हैं. साथ ही स्टार ऑफ़ इंडिया और सैन डिएगो के मैरीटाइम म्यूज़ियम में रखे गए अन्य जहाज़ भी दिखाई देते हैं, जो इस स्थान की पुष्टि करते हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

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इंस्टाग्राम पोस्ट का 25 जून 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट, एएफ़पी द्वारा हाइलाइटेड
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गूगल अर्थ का 25 जून, 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट, एएफ़पी द्वारा हाइलाइटेड
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इंस्टाग्राम पोस्ट का 25 जून 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट, एएफ़पी द्वारा हाइलाइटेड
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गूगल रिव्यूज़ का 25 जून, 2025 को लिया गया स्क्रीनशॉट, एएफ़पी द्वारा हाइलाइटेड

स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैन डिएगो में "नो किंग्स" प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी वाटरफ़्रंट पार्क में एकत्र हुए थे, जिनमें से कुछ लोग ऐश स्ट्रीट से मार्च करते हुए वहां पहुंचे (आर्काइव्ड लिंक).

मिडिया द्वारा इस घटना को रिपोर्ट कर वीडियो और तस्वीरें शेयर की गई जो कि ऑनलाइन गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो में भी दिखाई देती हैं (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

एएफ़पी ने अमेरिकी राजनीति से संबंधित अन्य गलत सूचनाओं को यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

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