
इंडोनेशिया में लैंड स्लाइड का वीडियो भारत का बताकर शेयर किया गया
- प्रकाशित 20 अगस्त 2025, 13h44
- 4 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
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फ़ेसबुक पर अगस्त 1, 2025 को एक पोस्ट में वीडियो शेयर किया गया था.
पोस्ट का एक हिस्सा कहता है, "चंबा में भूस्खलन: बाल-बाल बचा ट्रक, मौत के मुंह से निकला चालक - जान है तो जहान है. जिला चंबा में हुए इस भूस्खलन की घटना का वीडियो देखकर लगता है कि चालक की किस्मत ने साथ दिया."
इस वीडियो को 1,32,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, जिसमें एक ट्रक पहाड़ से गिरते मलबे से बचता हुआ दिखाई दे रहा है.

जुलाई और अगस्त में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हुई मूसलाधार बारिश के दौरान फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर इसी तरह के दावों के साथ यह क्लिप शेयर की गई (आर्काइव्ड लिंक).
उत्तराखंड के एक कस्बे में 5 अगस्त को अचानक आई बाढ़ के सैलाब में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 अन्य लापता हो गए (आर्काइव्ड लिंक).
भारत में हर साल बरसात के मौसम में अचानक आने वाली बाढ़ और भूस्खलन के कारण बड़ी संख्या में लोग मारे जाते हैं (आर्काइव्ड लिंक).
लेकिन यह क्लिप असल में इंडोनेशिया के पश्चिम सुमात्रा प्रांत में ट्रांस-सुमात्रा हाईवे पर हुए भूस्खलन को दिखाती है.
क्लिप के की-फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर मई 20, 2024 को यूट्यूब पर प्रकाशित एक लंबा वीडियो मिला, जिसका श्रेय रॉयटर्स और वीडियो एजेंसी न्यूज़फ़्लेयर को दिया गया है (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो, जिसका टाइटल "इंडोनेशिया में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से बाल-बाल बचा ट्रक" है, गलत दावे से शेयर की गई सोशल मीडिया पोस्ट्स में उल्टा (हॉरिजॉन्टली फ़्लिप) करके शेयर किया गया है.

न्यूज़फ़्लेयर द्वारा प्रकाशित मूल वीडियो का कैप्शन है: "17 मई को इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा में सीपीओ से लदा एक टैंकर ट्रक भूस्खलन से बाल-बाल बच गया. इस घटना को स्थानीय लोगों ने देखा जो उस इलाके से गुज़र रहे थे (आर्काइव्ड लिंक)."
कैप्शन में आगे बताया गया है कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. मीडिया आउटलेट्स सीएनएन इंडोनेशिया और सिंडोन्यूज़ ने इस घटना के बारे में रिपोर्ट्स में यह क्लिप प्रकाशित की (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
मई 11, 2024 को घंटों हुई भारी बारिश के कारण इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी में से एक से बड़े-बड़े पत्थर लुढ़क कर सुमात्रा द्वीप के दो ज़िलों में आ गए और कई मकान, मस्जिद और सड़कें पानी में डूब गयीं (आर्काइव्ड लिंक).
पश्चिमी इंडोनेशिया में 13 मई को ज्वालामुखी से अचानक आई बाढ़ और ठंडे लावा के प्रवाह से मरने वालों की संख्या 41 बताई गई, जबकि 17 अन्य लोग लापता थे.
इंडोनेशिया में एएफ़पी पत्रकार ने पुष्टि की कि वीडियो में दिख रहा नीला-सफ़ेद वाहन इंडोनेशिया की सरकारी तेल और प्राकृतिक गैस कंपनी पर्टामिना का एक ईंधन टैंकर है. कंपनी ने पहले भी अपने वाहनों के कोडिंग सिस्टम पर बात की है (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने भारत के मानसून से संबंधित अन्य दावों का फ़ैक्ट चेक किया है.
