बादल फटने के दावे से शेयर किया गया वीडियो असल में AI-जेनरेटेड है

सोशल मीडिया पर "बादल फटने" के दावे से शेयर किया जा रहा एक वीडियो जिसमें पानी की तेज़ बौछार ऊपर से गिरकर एक सड़क को डुबो देती है, वास्तव में एआई टूल्स की मदद से बनाई गयी है.

फ़ेसबुक पर अगस्त 13, 2025 को एक पोस्ट में वीडियो को किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "क्या कहा आपने कभी बादल को फटते हुए नहीं देखा.. आ जाओ दिखाता हूं धैर्य के साथ देखना, आपको पता लगेगा कि बादल कैसे फटते हैं और क्यों बादल फटना इतना विनाशकारी हो जाता है कि अपने मार्ग से सबकुछ बहा कर ले जाता है. देवभूमि में इस तरह बादल का फटना सामान्य घटना है."

पोस्ट में 16 सेकंड का एक वीडियो है जिसमें आसमान से गिरते तेज़ बहाव पानी से पूरी सड़क डूबती हुई दिखाई दे रही है.

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, अगस्त 28, 2025 जिस पर एएफ़पी द्वारा एक लाल X साइन जोड़ा गया है

वीडियो को फ़ेसबुक, X, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर बादल फटने की असली घटना बताते हुए शेयर किया गया (आर्काइव्ड लिंक).

ज्ञात को कि बादल फटने की वजह से उत्तराखंड और कश्मीर में बाढ़ आने से दर्जनों लोग मारे गए (आर्काइव्ड लिंक्स यहां और यहां). 

वीडियो को असली मानते हुए एक सोशल मीडिया यूज़र ने कमेंट किया "यह घटना बहुत खतरनाक" है.

एक अन्य ने लिखा, "कुदरत की ताक़त का ये नज़ारा सच में डर और विस्मय दोनों पैदा करता है. बादल का फटना हमें याद दिलाता है कि प्रकृति के सामने इंसान कितना नाज़ुक."

हालांकि, यह वीडियो AI की मदद से बनाया गया है.

फ़ेसबुक पर इस गलत दावे की पोस्ट के ऊपरी दाएं कोने पर "kandha odysseys vines" लिखा है, और इंस्टाग्राम पर कीवर्ड सर्च करने पर 5 अगस्त को इसी नाम के एक यूज़र द्वारा "आकस्मिक बाढ़" कैप्शन के साथ प्रकाशित एक वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

इसमें एक डिस्क्लेमर भी शामिल है: "यह वीडियो केवल मनोरंजन के उद्देश्य से AI और VFX की मदद से बनाया गया है."

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट (बाएं) और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो की स्क्रीनशॉट तुलना

इस क्लिप में दृश्य संबंधी विसंगतियां भी हैं जो बताती हैं इसे AI से बनाया गया था, जैसे कि बाढ़ के पानी के बावजूद सड़क पर वाहन अपनी जगह पर ही खड़े दिखाई देते हैं.

अकाउंट ने AI द्वारा निर्मित ऐसे कई वीडियो अपलोड किए हैं और अपने बायो में "AI VFX" लिखा है.

इंस्टाग्राम अकाउंट के मालिक कांधा स्वामी ने 22 अगस्त को एएफ़पी को बताया कि उन्होंने Runway ML और Kling जैसे AI टूल्स पर उपलब्ध "इमेज टू वीडियो" फ़ीचर का इस्तेमाल करके एआई वीडियो बनाया है. 

क्रिएटर ने बताया कि उन्होंने AI जेनरेटेड क्लिप को खुद से फ़िल्माए मूल फ़ुटेज के साथ जोड़ा और एडिट को अंतिम रूप देने के लिए Adobe Premiere Pro में VFX और साउंड डिज़ाइन का इस्तेमाल किया.

एएफ़पी ने भारत में बाढ़ के बारे में अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

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