लोकसभा चुनाव के सर्वे के दावे से शेयर की जा रही दैनिक भास्कर की ये कटिंग फ़र्ज़ी है
- प्रकाशित 10 मई 2024, 12h59
- 3 मिनट
- द्वारा Sachin BAGHEL, एफप भारत
फ़ेसबुक पर अप्रैल 15, 2024 को ये कटिंग शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, "दैनिक भास्कर के मेगा सर्वे मे 10 राज्यों मे INDIA गठबंधन बहुत आगे चल रहा है कई राज्यों में बीजेपी का खाता भी नहीं खुल पा रहा है. अबकी बार बीजेपी की करारी हार."
दैनिक भास्कर के एडिट किये गए प्रथम पृष्ठ पर दिए सर्वे में बताया गया है कि भाजपा महाराष्ट्र और बिहार में हार रही है जबकि उत्तर प्रदेश और गुजरात में मज़बूत है. वर्तमान में महाराष्ट्र्र और बिहार में भाजपा अपने सहयोगियों के साथ सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी है.
वहीं दूसरी ओर सर्वे में बताया गया कि विपक्षी INDIA गठबंधन तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में मज़बूत है.
लोकसभा चुनाव की 543 सीट्स के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल और अंतिम व सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा. 4 जून 2024 को चुनाव के परिणाम घोषित किये जाएंगे (आर्काइव्ड लिंक).
हालांकि चुनाव से पूर्व कई सर्वे में भारतीय जनता पार्टी के तीसरी बार सरकार बनाने की सम्भावना जतायी जा रही है (आर्काइव्ड लिंक).
सर्वे में INDIA गठबंधन की बढ़त के दावे से दैनिक भास्कर की इस कटिंग को फ़ेसबुक पर यहां, यहां और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि अख़बार के राष्ट्रीय संपादक एलपी पंत ने एएफ़पी को बताया कि यह कटिंग फ़र्ज़ी है.
एडिटेड कटिंग
कटिंग को ध्यानपूर्वक देखने पर सर्वे वाले हिस्से का फ़ॉन्ट बाकी पेज से अलग नज़र आता है. कटिंग पर दर्ज है कि यह अप्रैल 13, 2024 को भोपाल से प्रकाशित हुई है.
एएफ़पी ने गलत दावे से शेयर की जा रही कटिंग (बाएं) की दैनिक भास्कर के 13 अप्रैल 2024 को भोपाल से प्रकाशित अंक के असल फ़्रंट पेज (दाएं) से तुलना की. एडिटेड हिस्से को लाल रंग से हाईलाइट किया गया है.
असल अंक में दिए गए भाजपा के राजनीतिक विज्ञापन और भोपाल में हुई बारिश की न्यूज़ रिपोर्ट को हटाकर उनकी जगह सर्वे को एडिट कर के जोड़ा गया है.
एएफ़पी ने दैनिक भास्कर से संपर्क किया तो राष्ट्रीय संपादक एलपी पंत ने बताया, "यह कटिंग एडिटेड है, दैनिक भास्कर ने इस तरह का कोई सर्वे प्रकाशित नहीं किया है."
इसके अतिरिक्त, X पर गलत दावे से शेयर किये गए एक पोस्ट का जवाब देते हुए एलपी पंत ने लिखा, "दैनिक भास्कर ने ऐसा कोई सर्वे नहीं करवाया है. भास्कर मास्टहेड का इस्तेमाल कर फर्जी सर्वे चलाया गया है. आपको भी शेयर करने से पहले इसकी प्रामाणिकता जांच लेनी चाहिए. दैनिक भास्कर आपकी इस पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई करेगा (आर्काइव्ड लिंक)."
लोकसभा चुनाव से संबंधित गलत ख़बरों को एएफ़पी इससे पहले यहां और यहां फ़ैक्ट चेक कर चुका है.