
पुराने फ़ुटेज को पाकिस्तान पर "भारतीय मिसाइल हमला" बताकर गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 18 मई 2025, 14h37
- 3 मिनट
- द्वारा एफप मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका
- अनुवाद और अनुकूलन Akshita KUMARI , AFP India
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रात के आसमान में मिसाइलों और विस्फोटों की बौछार दिखाते इस वीडियो को 7 मई, 2025 को फ़ेसबुक पर शेयर किया गया था.
पोस्ट के कैप्शन का एक हिस्सा कहता है, "Operation Sindoor के तहत भारतीय सेना कार्यवाही की. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर हमला किया."
क्लिप, जिसे 25,000 से अधिक बार देखा गया, पर भारतीय समाचार चैनल डीडी का वॉटरमार्क देखा जा सकता है.
गलत दावे की पोस्ट को भारत द्वारा पाकिस्तान पर मिसाइल हमले शुरू करने के बाद ऑनलाइन शेयर किया गया (आर्काइव्ड लिंक).

भारत का कहना है कि मिसाइल स्ट्राइक्स पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के जवाब में किए गए थे, जिसके लिए उसने पाकिस्तान को दोषी ठहराया है. हालांकि पाकिस्तान ने हमलों में किसी भी तरह की भागीदारी से इनकार किया है.
परमाणु हथियार संपन्न दोनों देशों ने 10 मई को सीज़फायर की घोषणा होने तक मिसाइल, ड्रोन और लड़ाकू विमानों से एक-दूसरे पर हमले किए, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).
भारतीय हवाई हमलों के दावे से वायरल क्लिप को अन्य पोस्ट्स में फ़ेसबुक और X पर शेयर किया गया.
हालांकि ये क्लिप पहले भी अक्टूबर 2024 की समाचार रिपोर्ट्स में प्रसारित हुई थी, जिसमें कहा गया कि इसमें इज़रायल के नेवातिम एयरबेस पर ईरानी मिसाइलों द्वारा किये गए हमले को दिखाया गया है.
गलत दावे की पोस्ट में शेयर किए गए वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से हूबहू वही फ़ुटेज 2 अक्टूबर, 2024 को भारतीय समाचार चैनल डीडी इंडिया के यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).
वीडियो का शीर्षक है, "ईरानी मिसाइलों ने नेगेव रेगिस्तान में नेवातिम एयरबेस को निशाना बनाया."

ईरान ने कहा कि यह हमला सितंबर में हेज़बोल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और जुलाई के अंत में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या के जवाब में किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
पेंटागन के अनुसार तेहरान ने अप्रैल 2024 में इज़रायल पर अपने पिछले हमले से लगभग दोगुनी बैलिस्टिक मिसाइलें दागी है.
यही वीडियो अक्टूबर 2, 2024 को द न्यूयॉर्क पोस्ट के यूट्यूब अकाउंट पर भी शेयर किया गया था जिसमें फ़ुटेज का श्रेय वीडियो एजेंसी SCOPAL को दिया गया है (आर्काइव्ड लिंक).
एजेंसी के मुख्य कार्यकारी एंड्रयू स्टील ने 16 मई, 2025 को एएफ़पी को बताया, "यह वीडियो हमें एक अरब इज़रायली एजेंसी द्वारा प्रदान किया गया था, जो SCOPAL की नियमित सप्लायर है."
एएफ़पी ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष से संबंधित अन्य गलत सूचनाओं को यहां, यहां और यहां खारिज किया है.
