यूएई में 2023 की आतिशबाज़ी का वीडियो "सऊदी अरब में दिवाली" के दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 3 नवंबर 2025, 11h22
- 3 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
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दिवाली के मौके पर की गई आतिशबाज़ी से देशभर में वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर ये गलत दावा किया गया कि सऊदी अरब के मुसलमानों ने दिवाली मनाते हुए पटाखे फोड़े हैं. हालांकि वीडियो दिसंबर 2023 में संयुक्त अरब अमीरात राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर फ़िल्माया गया था.
फ़ेसबुक पर अक्टूबर 21, 2025 को शेयर किए गए एक वीडियो का कैप्शन है, "सऊदी अरब में असली वाले मुसलमान दीपावली का पर्व धूमधाम से पटाखे फोड़ कर मना रहे हैं और भारत में नकली वाले दीपावली के पटाखे से बिलबिला रहे हैं."
शेयर की गई वीडियो -- जिस पर 33,000 से ज़्यादा व्यूज़ हैं -- सड़क पर लोगों की भीड़ को एक भव्य आतिशबाज़ी प्रदर्शन का आनंद लेते दिखाता है.
वीडियो ऐसे समय पर शेयर किया गया जब दिवाली पर हुए आतिशबाज़ी को दिल्ली के वायु प्रदूषण संकट से जोड़ा जा रहा था. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इन दावों को खारिज करते हुए एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल एजेंसी को बयान दिया कि यह हिंदू धार्मिक प्रथाओं पर प्रतिबंध लगाने का एक राजनीतिक रूप से प्रेरित प्रयास है (आर्काइव्ड लिंक).
मॉनिटरिंग संगठन IQAir के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली में वायु प्रदुषण स्तर बढ़ गया -- 21 अक्टूबर को सुबह-सुबह आतिशबाज़ी के बाद यह संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य सीमा से 56 गुना अधिक हो गया (आर्काइव्ड लिंक).
यह वीडियो फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स और X पोस्ट्स पर भी शेयर किया गया था, और कमेंट्स से पता चलता है कि यूज़र्स इसे सऊदी अरब में "दिवाली के जश्न" का फ़ुटेज मान रहे हैं.
एक यूज़र ने लिखा, "सऊदी अरब में कितनी अच्छी दीपावली होती है लेकिन भारत के मुसलमान तो दीपावली से नफरत करते है."
लेकिन असल में यह वीडियो अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात राष्ट्रीय दिवस के जश्न को दिखाता है.
अबू धाबी में आतिशबाज़ी
गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो के की-फ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर 3 दिसंबर, 2023 को यूट्यूब पर पोस्ट की गई वही क्लिप मिली (आर्काइव्ड लिंक).
पोस्ट का कैप्शन है, "यूएई का 52वां राष्ट्रीय दिवस समारोह 2023."
मिडिल ईस्ट पर रिपोर्टिंग कर रहे एक एएफ़पी पत्रकार द्वारा वीडियो के विश्लेषण से अन्य बातें भी सामने आईं -- जैसे कि एक कार पर देश के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन ज़ायद अल नाहयान की तस्वीर और लैंप पोस्ट पर नंबर "52" के ऊपर एक बाज़ का चिह्न (जो देश का प्रतीक है) -- जिनसे संकेत मिलता है कि वीडियो संयुक्त अरब अमीरात में फ़िल्माया गया था.
इसके बाद कीवर्ड सर्च से दिसंबर 2, 2023 को संयुक्त अरब अमीरात के 52वें यूनियन डे के उपलक्ष्य पर अबू धाबी नगर पालिका द्वारा सजावटी वस्तुओं की स्थापना के बारे में एक स्टेटमेंट मिला (आर्काइव्ड लिंक).
बयान के अनुसार, ये सजावट "अबू धाबी कॉर्निश स्ट्रीट" सहित कई प्रमुख स्थानों पर लगाई गई थी.
KartaView प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध स्ट्रीट व्यू की तस्वीरों से पता चलता है कि गलत तरीके से शेयर किया गया वीडियो अबू धाबी में कॉर्निश स्ट्रीट और मुबारक बिन मोहम्मद स्ट्रीट के चौराहे का है (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने पहले भी भारत में प्रसारित मुस्लिम विरोधी गलत सूचनाओं को फ़ैक्ट-चेक किया है.