कनाडा में "असाधारण ओलावृष्टि" के दावे से शेयर किया गया ये वीडियो एआई-जेनरेटेड है

कनाडा के पश्चिमी अल्बर्टा प्रांत स्थित "हेलस्टॉर्म एले" में हर गर्मियों में 40 से ज़्यादा ओलावृष्टि की घटनायें होती हैं. लेकिन एक वीडियो जिस पर 31 अक्टूबर 2025 की तारीख लिखी है और जिसमें आसमान से चट्टान जैसे बड़े-बड़े ओले गिरते दिख रहे हैं, वास्तव में AI टूल्स की मदद से बनाया गया है. वीडियो में कई गड़बड़ियां हैं और टिकटॉक ने भी इसे एआई-जेनरेटेड बताया है. उस तारीख को अल्बर्टा में ओलावृष्टि की कोई आधिकारिक रिपोर्ट एएफ़पी को नहीं मिली है.

वीडियो को फ़ेसबुक पर 31 अक्टूबर 2025 को शेयर किया गया है जिसका कैप्शन है: "कुदरत का कहर: कनाडा में 50-50 किलो के मोटे ओले गिरे. एक ओले का वजन तो 2 क्विंटल पाया गया. यह प्रकृति का रौद्र रूप है."

वीडियो में अंग्रेज़ी में "31-10-2025 Kansas Today" और हिंदी में "कनाडा पर भगवान का कहर" लिखा हुआ है. यह स्पष्ट नहीं है कि पोस्ट अमेरिका के Kansas राज्य में मौजूद Canada नाम के समुदाय की बात कर रहा है या कनाडा देश की.

वीडियो पर 67,000 से अधिक व्यूज़ हैं और इसमें चट्टान जैसे बड़े ओले घरों और कारों पर गिरते दिख रहे हैं.

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिसे 11 नवंबर 2025 को लिया गया है

वीडियो इसी तरह के दावे से फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम में भी शेयर किया गया है, जहां यूज़र्स के कमेंट से प्रतीत होता है वे इसे असली तूफ़ान का दृश्य मान रहे हैं.

एक यूज़र ने लिखा, "यह प्राकृतिक आपदा जलवायु परिवर्तन का नतीजा है."

दूसरे ने टिप्पणी की, "अभी भी समय है पृथ्वी को बचाने का, नहीं तो ऐसी घटनाएं दुनिया भर में होंगी."

कनाडा के पश्चिमी अल्बर्टा प्रांत स्थित "हेलस्टॉर्म एले" में 20 अगस्त को आए  तूफ़ान के बाद ज़मीन पर 200 किलोमीटर लंबा "निशान" बन गया था. उस दिन पांच से सात सेंटीमीटर व्यास के ओले गिरे थे (आर्काइव्ड लिंक).

इसी दौरान, 3 सितंबर को अमेरिका के मध्य-पश्चिमी राज्य कंसास के कुछ हिस्सों में भी ओलावृष्टि दर्ज की गई थी (आर्काइव्ड लिंक).

लेकिन 31 अक्टूबर 2025 को इन दोनों जगहों पर ओलावृष्टि की कोई रिपोर्ट नहीं थी, जैसा कि गलत दावे की पोस्ट में कहा गया है. शेयर किया गया वीडियो AI से बनाया गया है.

क्लिप के फ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि यह वीडियो 27 अक्टूबर 2025 को टिकटॉक पर शेयर किया गया था, जहां इसे "AI-generated" लेबल किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

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टिकटॉक वीडियो का स्क्रीनशॉट, जिसमें "AI-generated" लेबल को AFP द्वारा हाइलाइट किया गया है

टिकटॉक के निर्देशों के अनुसार, यह एआई लेबल दर्शाता है कि कंटेंट "या तो पूरी तरह AI-generated है या फिर काफी हद तक AI-edited” है (आर्काइव्ड लिंक).

जिस टिकटॉक अकाउंट "br_ai_ded" पर वीडियो पोस्ट किया गया है उसमें पहले भी ऐसी कई प्राकृतिक आपदाओं जैसी दिखने वाली एआई-जेनरेटेड क्लिप शेयर की गई हैं .

वीडियो को ध्यान से देखने पर उसमें कई गड़बड़ियां मिलीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वीडियो वास्तव में AI-generated है. क्योंकि इतने बड़े आकार के कथित "ओले" कार और आसपास की इमारतों पर गिरते हुए दिखते हैं, लेकिन सतह से टकराने के बाद भी कहीं कोई नुकसान दिखाई नहीं देता.

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गलत दावे की वीडियो में गड़बड़ियों को एएफ़पी द्वारा हाईलाइट किया गया है

प्राकृतिक आपदाओं से जुड़े अन्य एआई-जेनरेटेड दावों को एएफ़पी ने पहले भी फ़ैक्ट-चेक किया है.

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