सम्राट चौधरी से माफ़ी मांगते प्रशांत किशोर का यह वीडियो एडिटेड है

बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होने से पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया कि विपक्षी नेता प्रशांत किशोर ने सत्ताधारी पार्टी के नेता सम्राट चौधरी से माफ़ी मांगी है. एक वॉयस-क्लोनिंग डिटेक्शन टूल ने इस वीडियो की आवाज़ को "संभवतः एआई जेनरेटेड" बताया है. प्रशांत किशोर का इंटरव्यू लेने वाले पत्रकार ने एएफ़पी को बताया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था. 

फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "प्रशांत पांडे ने मांगा पूरे कुशवाहा समाज से माफी."

प्रशांत पांडे, जिन्हें आमतौर पर प्रशांत किशोर के नाम से जाना जाता है, एक राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने हैं (आर्काइव्ड लिंक).  

भारत के तीसरे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य बिहार में 6 नवंबर से शुरू हुए चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने ज़ोर शोर से कैंपेनिंग की है.

वीडियो में कार में बैठे प्रशांत किशोर एक पत्रकार से कहते हैं: "सम्राट चौधरी पर लगाए सारे आरोप झूठे हैं, मैंने उनकी लोकप्रियता कम करने के लिए यह घटिया काम किया. मैं सम्राट चौधरी और पूरी कुशवाहा समुदाय से माफ़ी मांगता हूं."

सत्तारूढ़ भाजपा के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कुशवाहा समुदाय से आते हैं -- जो राज्य में एक बड़ा वोट बैंक है (आर्काइव्ड लिंक). 

प्रशांत किशोर ने अपने चुनाव अभियान के दौरान चौधरी पर कई बार निशाना साधते हुए उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाए हैं (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिस पर एएफ़पी द्वारा X साइन जोड़ा गया है

एडिटेड वीडियो फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया गया है. 

यूज़र्स के कमैंट्स से स्पष्ट होता है कि वे इस वीडियो को असली मान रहे हैं.

एक यूज़र ने लिखा – "अब समझ आ गया अपनी औकात" तो वहीं  एक अन्य ने लिखा "कुशवाहा ताकत".

गूगल पर वीडियो के कीफ़्रेम्स से रिवर्स इमेज सर्च करने पर इसका लंबा संस्करण स्थानीय मीडिया आउटलेट Live Cities के यूट्यूब चैनल पर अक्टूबर 11, 2025 को अपलोडेड मिला (आर्काइव्ड लिंक).  

"प्रशांत किशोर का तेजस्वी यादव के राघोपुर में भव्य स्वागत," शीर्षक वाला यह वीडियो उन्हें एक पत्रकार से बात करते हुए दिखाता है. 

यूट्यूब वीडियो के 10:15 से 10:26 मिनट के इस हिस्से को काटकर, एडिट करके गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था. 

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गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई वीडियो (बाएं) और यूट्यूब वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना

यूट्यूब पर मौजूद मूल इंटरव्यू में किशोर हिंदी में कहते हैं: "बिहार के लोग अब देख सकते हैं कि एक ऐसे समाज में जहां वोट जाति के नाम पर और सामाजिक न्याय के खोखले वादों पर डाले गए, वहां जिन लोगों को वोट मिले वे सत्ता में पहुंच गए जबकि वोट देने वालों के बच्चे आज भी मज़दूरी करने को मजबूर हैं." 

पूरे वीडियो में कहीं भी चौधरी या कुशवाहा समुदाय का ज़िक्र नहीं है. 

एएफ़पी ने Live Cities की पत्रकार समरीन फ़ातमा से संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि यह क्लिप एडिटेड है (आर्काइव्ड लिंक). 

उन्होंने एएफ़पी से 25 अक्टूबर को कहा, "इंटरव्यू के दौरान उन्होंने सम्राट चौधरी या कुशवाहा समुदाय के बारे में कुछ नहीं कहा था."

एएफ़पी ने उस क्लिप से ऑडियो निकाल, उसका बैकग्राउंड म्यूज़िक हटाकर, उसे Hiya voice-cloning detection tool (Verification Plugin, जिसे InVID-WeVerify भी कहा जाता है) पर चलाया. इस टूल ने बताया कि यह ऑडियो "बहुत अधिक संभावना है कि AI से तैयार किया गया है (आर्काइव्ड लिंक)."

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वॉइस-क्लोनिंग डिटेक्शन टूल Hiya.com के नतीजे का स्क्रीनशॉट

एएफ़पी ने पहले भी एआई से तैयार की गयीं फ़र्ज़ी ऑडियो क्लिप्स और बिहार चुनावों से जुड़े भ्रामक दावों को फ़ैक्ट चेक किया है. 

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