यूक्रेन में एक पावर प्लांट में धमाके के दावे से वायरल वीडियो चीन से है

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  • प्रकाशित 9 मार्च 2022, 12h24
  • 3 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
रुस के यूक्रेन पर हमले के बाद से ही एक वीडियो को सोशल मीडिया पर अब तक हज़ारों बार देखा और शेयर किया जा चुका है. इसमें यह दावा किया जा रहा है कि ये यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्र लुहांस्क में एक पावर प्लांट में भयंकर धमाके को दिखाता है. हालांकि इस इलाक़े में एक पावर प्लांट में आग लगने की भी खबरें आई हैं, लेकिन वीडियो को गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है. ये वीडियो वास्तव में 2015 में चीन के शहर तियानजिन में एक बंदरगाह में हुए घातक विस्फ़ोट को दिखाता है.

24 फ़रवरी को यहां किये गये एक ट्वीट के कैप्शन में लिखा है, "यूक्रेन के 4 शहरों में मिसाइल अटैक, यूक्रेन की राजधानी कीव में भी धमाका,रूस ने यूक्रेन के एयर बेस पर किया अटैक".

इस वीडियो में भयंकर विस्फ़ोट के बाद नारंगी रंग का एक बड़ा आग का गोला आसमान में ऊपर उठता दिखाई देता है. कैमरे के पीछे लोगों को 'ओह माय गॉड' [हे भगवान्] और 'लेट्स गो' [चलो] कहते हुए सुना जा सकता है.

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट ( Uzair RIZVI)

इसी वीडियो को यहां, यहां और यहां ट्विटर पर और यहां, यहां फ़ेसबुक पर, साथ ही यहां और यहां यूट्यूब पर बिल्कुल इसी दावे से शेयर किया गया है, जहां कुल मिलाकर इसे 2 लाख से भी अधिक बार देखा जा चुका है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा 24 फ़रवरी को यूक्रेन पर पूरी तरह से हवाई और ज़मीनी हमले की घोषणा के बाद यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइलों और गोलियों की बारिश जारी है.

ब्लूमबर्ग के अनुसार यूक्रेन के दो विद्रोही गणराज्यों में से एक लुहांस्क क्षेत्र में- जिसकी स्वतंत्रता का समर्थन पुतिन ने 21 फ़रवरी को किया था- उसमें एक भारी गोलीबारी के दौरान एक पावर प्लांट के बंद होने का ख़तरा था.

हालांकि वीडियो फ़ुटेज को गलत संदर्भ में शेयर किया गया है.

गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें 12 अगस्त 2015 को प्रकाशित बीबीसी की एक रिपोर्ट में ये वीडियो मिला. रिपोर्ट के अनुसार, "चीन के शहर तियानजिन में दो बड़े धमाकों की फ़ुटेज एक प्रत्यक्षदर्शी द्वारा ली गई थी जिसमें वहां मौजूद लोगों के डर और और आतंक को देखा जा सकता है."

रिपोर्ट में आगे लिखा है, "ख़तरनाक सामानों को विशेषज्ञता के साथ संभालने वाली एक कंपनी के गोदाम में विस्फोट के कारण आग लगने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं."

नीचे ग़लत दावे से वायरल पोस्ट (बायें) और 2015 की BBC न्यूज़ रिपोर्ट (दायें) के वीडियो के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना है.

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भ्रामक वीडियो के स्क्रीनशॉट (बाएं) और बीबीसी न्यूज़ के स्क्रीनशॉट की तुलना (दाएं)

BBC की न्यूज़ रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो फ़ुटेज को तियानजिन में रहने वाले एक अमेरिकी शख़्स डेनियल वैन ड्यूरेन ने शूट किया था.

द गार्डियन और एनबीसी सहित कई मीडिया आउटलेट्स में इस विस्फोट के संबंध में की गई रिपोर्ट में इस वीडियो फ़ुटेज को दिखाया गया है.

इस विस्फोट में कम से कम 165 लोगों की मौत हो गई और इलाक़े में ज़हरीले प्रदूषण की आशंका भी पैदा हो गई थी.

चीन के सरकारी मीडिया आउटलेट सीसीटीवी से AFP को उस समय एक वीडियो भी मिला था जिसमें विस्फोट के बिल्कुल वही दृश्य देखे जा सकते हैं.

AFP की फ़ुटेज में विस्फोट के बाद जली हुई कारें और नष्ट हुए कई गोदामों से धुआं निकलता दिखाई दे रहा है.

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( Uzair RIZVI)
4 मार्च 2022 This article has been updated to add metadata.

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