क़तर स्थित फ़ुटबॉल स्टेडियम के नाम से वायरल वीडियो असल में रूस से है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो को हज़ारों बार देखा गया है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह क़तर विश्व कप के दौरान स्टेडियम में लोगों को नमाज़ अदा करते हुए दिखाता है. वास्तव में यह वीडियो 2019 से ऑनलाइन शेयर हो रहा है और रूस के कज़ान शहर के एक स्टेडियम में मुस्लिमों को इफ़्तार की नमाज़ अदा करते हुए दिखाता है.

वीडियो को फ़ेसबुक पर 21 नवंबर 2022 को शेयर किया गया है जिसे 42,000 से भी अधिक बार देखा जा चुका है.

वीडियो में कई लोग एक साथ स्टेडियम में नमाज़ अदा करते हुए दिखाई देते हैं.

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है; “फुटबाल स्टेडियम (क़तर), अलहमदोलिल्लाह इमान ताजा कर देने वाला मंजर.”

Image
गलत दावे से शेयर की जा रही फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 25 नवंबर 2022

वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और ट्विटर पर यहां शेयर किया गया है.

क़तर पहला अरब देश है जिसने विश्व कप का आयोजन किया है. हालांकि क़तर के ह्यूमन राइट्स रिकॉर्ड को लेकर हाल ही में कई सवाल खड़े हुए हैं. AFP की रिपोर्ट यहाँ पढ़ें

हालांकि ये दावा गलत है, वीडियो क़तर विश्वकप के दौरान नहीं बनाया गया है.

रूस में नमाज़ का वीडियो

तस्वीर को गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यही वीडियो 16 जून, 2019 को यूट्यूब पर यहां पोस्ट किया हुआ मिला जिसे थोड़ा वाइड एंगल से रिकॉर्ड किया गया है.

हेडलाइन में लिखा है, "कज़ान स्टेडियम, ततारस्तान में प्रार्थना (25 मई 2019)."

इसे जून 2019 में यहां और यहां इसी तरह की सोशल मीडिया पोस्ट में भी शेयर किया गया है.

नीचे गलत दावे से शेयर की जा रही पोस्ट के वीडियो (बायें) और 2019 में शेयर किये गये वीडियो (दायें) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

Image

वीडियो का फ़ुटेज रूस के एके बार्स स्टेडियम से मेल खाता है - जिसे पहले कज़ान स्टेडियम के नाम से जाना जाता था जो कि ततारस्तान गणराज्य की राजधानी कज़ान में स्थित है.

ततारस्तान गणराज्य के राष्ट्रपति के कार्यालय से 25 मई, 2019 को प्रकाशित एक बयान के अनुसार, वीडियो में अधिकारियों को एक इफ़्तार प्रार्थना में सम्मिलित होते देखा जा सकता है जो इस्लाम के रमज़ान के महीने के दौरान एक दिन के उपवास के अंत में किया जाता है.

राष्ट्रपति रुस्तम मिन्निखानोव के हवाले से कहा गया है, "हमारी प्रार्थनाएं, अल्लाह से दुआ है कि रूस में शांति और सद्भाव कायम रहे, ताकि हमारा देश मजबूत हो और हमारा गणतंत्र फले-फूले."

बयान में एक वीडियो भी है जिसमें गलत दावे से वायरल पोस्ट में दिखाये गए दृश्यों से मिलते जुलते दृश्य हैं.

एके बार्स एरिना ने भी उस समय अपनी वेबसाइट पर इससे जुड़ी तस्वीरें पोस्ट की थीं.

नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और राष्ट्रपति कार्यालय के वीडियो (दायें) में दृश्यों की तुलना की गयी है:

Image
Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें