बेटे संग शेयर की जा रही इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ये तस्वीर वर्ष 2014 से है
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 30 अक्टूबर 2023, 12h16
- 3 मिनट
- द्वारा Bill MCCARTHY, AFP अमेरीका
- अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
एक फ़ेसबुक यूज़र ने 11 अक्टूबर, 2023 को तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री नेतन्याहू का बेटा देश के लिए युद्ध लड़ेगा ! इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने बेटे को युद्ध में भेजा.”
तस्वीर में पीएम नेतन्याहू एक युवक के गाल पर हाथ फेरते दिख रहे हैं.
ये दावा फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां शेयर किया गया.
एएफ़पी ने एक रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह इज़रायल-हमास युद्ध के दौरान फ़ेसबुक, X (पूर्व रूप से ट्विटर) और अन्य सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर बेलगाम तौर से गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं.
ये तस्वीर इसी दावे के साथ अलग-अलग भाषाओं और अलग-अलग देशों में शेयर की जा चुकी है जैसे यहां और यहां.
एएफ़पी की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर को हमास ने ज़मीन, हवा और समुद्र के रास्ते इज़रायल की सीमा में घुसकर हमला कर दिया और सैकड़ों इज़राइलियों और विदेशियों को मार दिया. उन्होंने गाज़ा के समीप किबुत्ज रीम में चल रहे म्यूज़िक इवेंट में सैकड़ों लोगों को गोली मार दी और दर्जनों को बंधक बना लिया.
जवाब में इज़रायल ने हमास के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा करते हुए बड़े स्तर पर हवाई हमला किया और हज़ारों रॉकेट गिराए. अब इज़रायल ने पूरे गाज़ा और लेबनॉन से लगी उत्तरी सीमा में पानी, खाना और बिजली की आपूर्ति पर रोक लगाते हुए सैनिकों को तैनात कर घेराबंदी कर दी है. इसके अलावा इज़रायल ने सेना के तीन लाख रिज़र्व्ड सैनिकों को युद्ध में बुलाने की घोषणा की है, जिसमे पहले ही सैन्य सेवा दे चुके कुछ सदस्य भी शामिल हैं.
मगर नेतन्याहू और उनके बेटे की ये वायरल तस्वीर नौ साल पुरानी है. इस रिपोर्ट के छपने तक उनके बेटों को युद्ध में भेजने के बारे में कोई आधिकारिक ख़बर नहीं आयी है.
तस्वीर का रिवर्स सर्च करने पर ये टाइम्स ऑफ़ इज़राइलऔर जेरूसलम पोस्ट समेत कई अन्य आउटलेट्स के वेबसाइट पर 1 दिसंबर, 2014 को पब्लिश की हुई मिली (आर्काइव्ड लिंक्स यहां और यहां).
तस्वीर में इज़रायली डिफे़न्स फ़ोर्सेस में अनिवार्य सेवा देने जाते हुए अपने बेटे अवनेर को नेतन्याहू विदा कर रहे हैं. मालूम हो कि इज़रायल में 18 और उससे अधिक वर्ष के नागरिकों को, कुछ अपवाद के अलावा, मिलिट्री में एक तय समय तक सेवा देना अनिवार्य है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अवनेर ने फ़ील्ड इंटेलिजेंस से जुड़े हुए एक कॉम्बैट टीम को ज्वाइन किया था.
प्रधानमंत्री के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज से ये तस्वीर शेयर करते हुए इसका क्रेडिट सरकारी प्रेस कार्यालय के कोबी गिडिओन को दिया गया (आर्काइव्ड लिंक).
उन्होंने तीन साल बाद अवनेर की सेना में सेवा समाप्त होने के बाद भी ये तस्वीर शेयर की थी (आर्काइव्ड लिंक)
अवनेर नेतन्याहू की विदाई का वीडियो भी रिकॉर्ड किया गया था जिसे यहां देखा जा सकता है (आर्काइव्ड लिंक).
इज़रायल-हमास युद्ध पर फैले गलत सूचनाओं का एएफ़पी फै़क्ट-चेक यहां देख सकते हैं.