हाथों के बल केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा लगाते पुजारी का वीडियो पीएम मोदी बताकर शेयर किया गया

केदारनाथ मंदिर के एक पुजारी का हाथों के बल मंदिर की परिक्रमा लगाने का पुराना वीडियो सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बताकर गलत दावे से सैकड़ों बार शेयर किया गया है. हालांकि वीडियो में परिक्रमा कर रहा शख्स पीएम मोदी नहीं बल्कि केदारनाथ मंदिर के पुजारी संतोष त्रिवेदी हैं. त्रिवेदी ने एएफ़पी को बताया कि वीडियो में हाथों के बल चलकर मंदिर की परिक्रमा करने वाले शख्स वही हैं, उन्होंने 21 जून 2021 को यह परिक्रमा की थी.

फ़ेसबुक पर एक यूज़र द्वारा 23 मार्च 2024 को पोस्ट किये गए वीडियो का कैप्शन है, "केदारनाथ की परिक्रमा करते हुए 26 वर्ष की उम्र में यह व्यक्ति, किसी ने नहीं सोचा होगा कि यह एक दिन  भारत का प्रधानमंत्री बनेगा. आप हैं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी."

तीन मिनट से लम्बे इस वीडियो में एक व्यक्ति को पहले लेट कर मंदिर की ओर प्रणाम करते और फिर हाथों के बल उल्टा होकर चलते हुए मंदिर की परिक्रमा करते देखा जा सकता है. 

वीडियो के ऊपर ' प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी, उम्र 26 वर्ष' लिखा हुआ नज़र आ रहा है. 

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनग्रैब, 27 मार्च, 2024

वीडियो को इसी तरह के समान दावे से अनेक यूज़र्स ने फ़ेसबुक यहां, यहां  एवं X पर यहां शेयर किया है.

केदारनाथ मंदिर के पुजारी

एएफ़पी ने गलत दावे से शेयर किये जा रहे वीडियो के कीफ़्रेम को ‘केदारनाथ’ कीवर्ड के साथ गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो ईटीवी भारत की 21 जून 2021 की रिपोर्ट में मिलती-जुलती एक वीडियो क्लिप मिली (आर्काइव्ड लिंक). 

रिपोर्ट के अनुसार, "अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केदारनाथ के पुजारियों ने योगाभ्यास किया. इस दौरान पिछले सात दिनों से शीर्षासन कर रहे पुजारी संतोष त्रिवेदी ने अपने हाथों के सहारे केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा भी की."

गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और ईटीवी भारत की वेबसाइट पर अपलोड किए गए फ़ुटेज (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना नीचे है.

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गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो (बाएं) और ईटीवी भारत की वेबसाइट पर अपलोड किए गए फ़ुटेज (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

बिलकुल यही वीडियो हमें जून 2021 में एक फ़ेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां). 

एएफ़पी ने केदारनाथ मंदिर के पुजारी संतोष त्रिवेदी से 15 मार्च 2024 को संपर्क किया. 

उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि "वीडियो में हाथों के बल चलते हुए मंदिर की परिक्रमा करता नज़र आ रहा व्यक्ति मैं स्वयं हूंं. 21 जून 2021 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मैंने यह परिक्रमा की थी. उस वक्त कोरोना लॉकडाउन के कारण मंदिर परिसर खाली था."

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