पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण खत्म करने के दावे से शेयर किया गया अमित शाह का वीडियो एडिटेड है

भारत में चल रहे आम चुनाव के बीच सोशल मिडिया पर फे़क न्यूज और भ्रामक वीडियो की बाढ़ सी आ गई है. हालिया मामला गृहमंत्री अमित शाह से जुड़ा है. फे़सबुक पर एक वीडियो को सैकड़ों बार शेयर करते हुए दावा किया गया है कि इस वीडियो में अमित शाह चुनाव जीतने के बाद देश में एसटी, एससी और ओबीसी को दिए जाने वाले आरक्षण को खत्म करने की बात कर रहे हैं. हालांकि यह वीडियो एडिटेड है. दरअसल यह वीडियो अप्रैल 2023 का है जिसमें शाह तेलंगाना में मुस्लिमों को मिलने वाले 'असंवैधानिक  आरक्षण को खत्म' करने की बात कर रहे थे.

फ़ेसबुक पर 29 अप्रैल 2024 को शेयर किये गये वीडियो में अमित शाह यह कहते सुनाई देते हैं, "भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो ये गैर संविधानिक एसटी, एससी और ओबीसी का है वो रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे."

पोस्ट में लिखा कैप्शन भी शब्दशः यही कहता है.

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फ़ेसबुक पर 29 अप्रैल 2024 को शेयर किए गए एडिटेड वीडियो के पोस्ट का स्क्रीनशॉट

इस वीडियो को विपक्षी पार्टियों से जुड़े लोगों ने भी फ़ेसबुक पर शेयर किया.

महाराष्ट्र के जालना निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कल्याण काले ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "आदिवासी समुदायों को मतदान करते समय यह याद रखना चाहिए."

एडिटेड वीडियो

एडिटेड वीडियो में तेलंगाना के ‘V6 न्यूज़’ चैनल का लोगो दिखाई दे रहा है. इस यूट्यूब चैनल पर हमें 23 अप्रैल, 2023 को अपलोड किया गया वास्तविक वीडियो मिला.

वीडियो का हेडलाइन है: "केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण पर टिप्पणी की (आर्काइव्ड लिंक)."

इस वीडियो में अमित शाह तेलंगाना में मुस्लिमों को मिलने वाले आरक्षण को खत्म करने का वादा करते नज़र आ रहे हैं, ना कि पिछड़ी जातियों और आदिवासी समुदायों के लोगों के लिए आरक्षण को खत्म करने की बात कर रहे हैं.

इस वीडियो में 2 मिनट, 38 सेकेंड पर वह कहते हैं, "अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो हम इस असंवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर देंगे."

वह आगे कहते हैं, "यह अधिकार तेलंगाना के एससी, एसटी और ओबीसी का है.उन्हें यह अधिकार मिलेगा और हम मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे."

नीचे फे़सबुक पर शेयर किए गए एडिटेड वीडियो के स्क्रीनशॉट (बाएं) और 'V6 न्यूज़' के वास्तविक वीडियो के स्क्रीनशॉट (दाएं) की तुलना की गई है.

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फे़सबुक पर शेयर किए गए एडिटेड वीडियो के स्क्रीनशॉट (बाएं) और 'V6 न्यूज़' के वास्तविक वीडियो के स्क्रीनशॉट (दाएं) की तुलना

गौरतलब है कि तेलंगाना में अभी कांग्रेस की सरकार है और वहां मुस्लिमों को सरकारी नौकरियों और राज्य के शिक्षण संस्थानों में चार प्रतिशत आरक्षण मिलता है.

अपने भाषण में अमित शाह ने कहा कि मुस्लिम आरक्षण नीति भारत के संविधान के ख़िलाफ़ है क्योंकि यह धर्म के आधार पर नागरिकों के साथ भेदभाव करती है.

हैदराबाद में रैली के दौरान दिए गए अमित शाह के इस भाषण की ख़बर एनडीटीवी ने भी अपनी एक रिपोर्ट में दी थी (आर्काइव्ड लिंक). 

निराधार वीडियो

अमित शाह ने 29 अप्रैल, 2024 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वीडियो के ज़रिए "निराधार और बेबुनियाद" आरोप लगाए गए हैं (आर्काइव्ड लिंक).

उन्होंने कहा, "मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण का समर्थन करती है और हमेशा इसके संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी."

इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 4 मई को कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया प्रमुख अरुण रेड्डी को वीडियो के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया है.

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने एएफ़पी से रेड्डी की गिरफ़्तारी की पुष्टि की लेकिन इस बात से इंकार किया कि वह क्लिप बनाने या शेयर करने के लिए ज़िम्मेदार थे.

एएफ़पी ने भारतीय चुनावों से सम्बंधित फ़ेक न्यूज़ को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.

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