इंडोनेशिया पुलिस ट्रेनिंग वीडियो की क्लिप भारतीय किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर की गई
- प्रकाशित 15 मई 2024, 14h49
- 2 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर, 30 मार्च, 2024 को शेयर किया गया है, जिसका कैप्शन है, "किसान आंदोलन में लड़ाई हो रही बहुत भयंकर, आज की सच्ची ख़बर."
वीडियो में लोगों का एक समूह सुरक्षाकर्मियों पर हमला करते हुए नज़र आ रहा है.
गौरतलब है कि फ़सलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों को लेकर हज़ारों किसान फ़रवरी 2024 से पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
हालांकि ये दावा गलत है. वीडियो पुराना है और इसे इंडोनेशिया में फ़िल्माया गया था.
इंडोनेशिया पुलिस ड्रिल
गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 12 अक्टूबर, 2023 को इंडोनेशियाई समाचार आउटलेट 'बेरिटा सातू' पर प्रकाशित एक वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).
इंडोनेशियाई भाषा में इस वीडियो की हेडलाइन है: "सुला द्वीप पुलिस ने 2024 के चुनाव से पहले शहर की सुरक्षा का जायज़ा लिया."
रिपोर्ट के अनुसार इंडोनेशिया के सुला द्वीप समूह की पुलिस ने 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले 12 अक्टूबर, 2023 को उत्तरी सनाना ज़िले के पोहेया गांव में चुनाव आयोग के कार्यालय में एक ट्रेनिंग का आयोजन किया था.
नीचे गलत दावे से शेयर की गई क्लिप (बाएं) और बेरिटा सातू पर प्रकाशित तस्वीर (दाएं) की स्क्रीनशॉट की तुलना है, जिसमें एएफ़पी ने कुछ समानताएं हाइलाइट की हैं.
असल वीडियो के स्क्रीनग्रैब और गलत दावे से शेयर की गई क्लिप में दिखाई दे रहे इंडोनेशियाई भाषा के साइनबोर्ड पर लिखा है: "2023-2024 के चुनावों को सुरक्षित करने के लिए सुला द्वीप में पुलिस की सिक्योरिटी ड्रिल."
लोकल न्यूज़ आउटलेट ‘हबर तिमुर’ ने सुला द्वीप पुलिस प्रमुख के हवाले से इस बात की पुष्टि की कि इस अभ्यास का उद्देश्य चुनाव सुरक्षा के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित करना था (आर्काइव्ड लिंक).