पाकिस्तान में बुर्का पहनकर फ़र्ज़ी वोटिंग का पुराना वीडियो भारतीय चुनाव से जोड़कर शेयर किया गया
- प्रकाशित 22 मई 2024, 14h21
- 3 मिनट
- द्वारा Asma HAFIZ, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर 27 अप्रैल, 2024 को शेयर किया गया है, जिसका कैप्शन है, "इसलिए ही बूथ पर चेकिंग हो रही है."
वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को बुर्का पहने एक व्यक्ति के चेहरे से नक़ाब हटाकर उसकी पहचान करते देखा जा सकता है.
कैप्शन में आगे लिखा है, "और अखिलेश यादव की पार्टी कह रही है कि उन्हें परेशान किया जा रहा है?"
ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पार्टी की मुस्लिम महिला सदस्यों को अधिक मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में बुर्का पहनकर आने वाले मतदाताओं की पहचान के लिए बूथ एजेंट के तौर पर तैनात करने की बात कही थी.
चुनाव आयोग के प्रवक्ता अनुज चांडक ने एएफ़पी को बताया कि पार्टी द्वारा नियुक्त एजेंट चुनाव अधिकारियों से किसी मतदाता के चेहरे से नकाब या घूंघट हटाकर पहचान की जांच की मांग कर सकते हैं. हालांकि, यह एक बंद कमरे में किया जाना चाहिए.
उन्होंने एएफ़पी को बताया, "इसलिए हर मतदान केंद्र पर एक महिला और एक पुरुष अधिकारी को नियुक्त किया जाता है."
पाकिस्तान का वीडियो
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें 18 जून, 2023 को लाहौर पुलिस द्वारा इसी वीडियो से जुड़ा एक X पोस्ट मिला (आर्काइव्ड लिंक).
कैप्शन के अनुसार पुलिस ने बुर्का पहने हुए एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया था जो कि एक चिंताजनक बात है. आगे कहा गया है कि व्यक्ति की गिरफ़्तारी जायज़ थी, लेकिन चेकिंग करने वाले पुलिस अधिकारी ने "अभद्र तरीका अपनाया" था इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया.
असल वीडियो को एक यूज़र द्वारा 18 जून 2023 को यहां शेयर किया गया है जिसके रिप्लाई में पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने लिखा, "हाल ही में बुर्का पहने एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी से जुड़ी घटना ने चिंताएं बढ़ा दी हैं" (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां ).
वीडियो को ध्यान से देखने पर इस बात की पुष्टि होती है कि इसे लाहौर में ही फ़िल्माया गया था. वीडियो में एक साइनबोर्ड नज़र आ रहा है जिस पर, "कैपिटल सिटी पुलिस लाहौर" लिखा है और पुलिस अधिकारी की वर्दी पर पाकिस्तान का झंडा भी देखा जा सकता है.
लाहौर पुलिस के प्रवक्ता अग़ा एहतिशाम हैदर ने 8 मई, 2024 को एएफ़पी को बताया कि शहर के एक कॉलेज में बुर्का पहनकर घुसने वाले एक व्यक्ति को अश्लीलता और उत्पीड़न से संबंधित आरोपों में गिरफ़्तार किया गया था.
उन्होंने पुष्टि की है कि वीडियो को लेकर एक पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था क्योंकि उसने बहुत अभद्र तरीके से आरोपी की चेकिंग की थी.
लोकसभा चुनाव से संबंधित फ़र्ज़ी खबरों को एएफ़पी ने यहां फ़ैक्ट चेक किया है.