बंगाल में वोटिंग धांधली का पुराना वीडियो 2024 चुनाव के गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 30 मई 2024, 14h29
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 17 मई 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, "एमआईएम बहादुरपुरा हैदराबाद असुदुद्दीन ओवैसी का निर्वाचन क्षेत्र (तेलंगाना) का कृपया इसे वायरल करें ताकि चुनाव आयोग द्वारा पुनः चुनाव कराया जा सके. सबको धमका कर बाहर भगा रहे हैं, और सबकी वोट खुद ही डाल रहे हैं. अतः तेलंगाना का इलेक्शन चुनाव आयोग को रद्द करके दोबारा से निष्पक्ष आर्मी की निगरानी में कराना चाहिए."
लगभग 1-मिनट 27-सेकेंड के वीडियो में एक व्यक्ति ईवीएम पर लगातार कई वोट डालता दिखाई दे रहा है, जबकि सामने एक अन्य व्यक्ति को, जो चुनाव अधिकारी प्रतीत हो रहा है, बैठा हुआ देखा जा सकता है.
सात चरणों में संपन्न होने वाले लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया 19 अप्रैल से शुरू हुई थी जो 4 जून को परिणाम की घोषणा के साथ खत्म होगी.
हैदराबाद में ओवैसी समर्थकों द्वारा बूथ कैप्चरिंग या फ़र्ज़ी मतदान की कोई आधिकारिक रिपोर्ट एएफ़पी को नहीं मिली है.
वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यहां शेयर किया गया है.
बंगाल का वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम्स को कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि यह वीडियो लोकसभा चुनाव से लगभग दो साल पहले फ़रवरी 2022 में न्यूज़ चैनल TV9 बांग्ला द्वारा यूट्यूब पर पोस्ट किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
यूट्यूब वीडियो के डिसिक्रिप्शन के अनुसार, यह घटना तेलंगाना में नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल में म्युनिसिपल चुनाल के समय हुई थी.
वीडियो की बंगाली भाषा की हेडलाइन का अनुवाद है, "पश्चिम बंगाल नगरपालिका चुनाव 2022।दक्षिण दमदम के वार्ड नंबर 33 के बूथ नंबर 108 में, मतदाताओं ने वोट नहीं दिया, एजेंट ने वोट दिया."
वीडियो के ऊपर बड़े अक्षरों में लिखा है: "मतदाताओं के बजाय, एक पोलिंग एजेंट मतदान केंद्र में ईवीएम से वोट डाल रहा है."
TV9 बांग्ला की रिपोर्ट के अनुसार बंगाल के दक्षिण दमदम शहर के लेक व्यू स्कूल में एक मतदान केंद्र पर एक पोलिंग एजेंट ने अन्य मतदाताओं के स्थान पर मतदान किया (आर्काइव्ड लिंक).
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह घटना एक चुनाव अधिकारी की मौजूदगी में हुई थी.
पश्चिम बंगाल में कई राजनीतिक दलों ने X पोस्ट में इसे स्पष्ट तौर पर चुनावी धांधली बताते हुए नाराज़गी व्यक्त की थी (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
इस बीच, हैदराबाद सिटी पुलिस ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर पोस्ट किया कि यह वीडियो 2024 के चुनावों के दौरान किसी भी तरह की धांधली से संबंधित नहीं है (आर्काइव्ड लिंक).
तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी एक प्रेस विज्ञप्ति में इस दावे का खंडन किया है (आर्काइव्ड लिंक).
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "यह एक पुराना वीडियो है, जो तेलंगाना में संसदीय चुनाव या तेलंगाना में किसी भी अन्य चुनाव से जुड़ा नहीं है. राज्य में मतदान प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित की गई थी."
एएफ़पी ने लोकसभी चुनाव से संबंधित अन्य फ़र्जी सूचनाओं का फ़ैक्ट-चेक यहां किया है.